मेडिकल कॉलेज में 1.97 करोड़ से लगेगा ऑक्सीजन प्लाट

संवाद सहयोगी तिर्वा (कन्नौज) अब मेडिकल कॉलेज में निकट भविष्य में ऑक्सीजन की किल्लत से मरीज

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 11:27 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 11:27 PM (IST)
मेडिकल कॉलेज में 1.97 करोड़ से लगेगा ऑक्सीजन प्लाट
मेडिकल कॉलेज में 1.97 करोड़ से लगेगा ऑक्सीजन प्लाट

संवाद सहयोगी, तिर्वा (कन्नौज) : अब मेडिकल कॉलेज में निकट भविष्य में ऑक्सीजन की किल्लत से मरीज दम नहीं तोड़ेंगे। जल्द ही यहा पर 1.97 करोड़ रुपये से ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना होगी। मेडिकल कॉलेज प्रशासन की ओर से भेजे गए प्रस्ताव को मजूरी मिल गई है।

राजकीय मेडिकल कॉलेज में इमरजेंसी से लेकर जनरल वार्ड, आइसीयू, आपरेशन थिएटर व आइसोलेशन वार्ड में पाइप लाइनें पड़ी हैं, लेकिन ऑक्सीजन उत्पादन का प्लाट नहीं था। इसलिए अभी ऑक्सीजन के सिलिंडर कानपुर से मंगवा कर उन्हें पाइप लाइनों से जोड़कर मरीजों को ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाती है। कोरोना संक्रमित मरीजों के बढ़ने से ऑक्सीजन की किल्लत पूरे देश में बढ़ने पर मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने दो दिन पहले ऑक्सीजन उत्पादन के लिए प्लाट लगाने का प्रस्ताव शासन स्तर पर भेजा था। उस प्रस्ताव को मंजूरी मिली गई है। प्लाट निर्माण के लिए आगणन, डिजाइन, व्यवस्था पर काम शुरू हो गया है। दो माह में प्लाट तैयार होने के बाद ऑक्सीजन का उत्पादन शुरू हो जाएगा।

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200 सिलिंडर उत्पादन की क्षमता

मेडिकल कॉलेज में अभी तक 245 सिलिंडर ऑक्सीजन खपत की क्षमता है। वर्तमान में 160 से 190 सिलिंडर की खपत हो रही है। नए प्लाट में रोजाना 200 सिलिंडर ऑक्सीजन का उत्पादन होगा। इससे कभी भी ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी।

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सासद ने पहुंच कर देखी व्यवस्था

मंगलवार को सासद सुब्रत पाठक ने मेडिकल कॉलेज पहुंचकर ऑक्सीजन सप्लाई के लिए बनने वाले नए प्लांट को लेकर स्थिति देखी। उन्होंने कोरोना संक्रमित और सामान्य मरीजों के बारे में भी जानकारी ली। प्राचार्य डॉ. नवनीत कुमार से कार्यालय में मुलाकात कर सासद ने कहा कि डॉक्टरों की कमी से लेकर मेडिकल कॉलेज की बिगड़ी व्यवस्थाओं को ठीक कराने के लिए शासन स्तर पर बात करेंगे। जल्द ही समस्याओं का समाधान होगा।

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ऑक्सीजन उत्पादन के लिए प्लाट लगने से भविष्य में किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी। इससे मरीजों का बेहतर इलाज हो सकेगा। 200 सिलिंडर हर समय रिजर्व में रहेंगे। काम शुरू होने के दिन से तीन हफ्ते में प्लाट बनकर तैयार हो जाएगा।

- डॉ. नवनीत कुमार, प्राचार्य, राजकीय मेडिकल कॉलेज।

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