73 पंचायतों में पूर्व प्रधानों का फंसा करीब 30 करोड़ भुगतान

-राज्यवित्त व 14वें वित्त से कराए गए निर्माण व मरम्मत कार्य -औसतन करीब प्रत्येक पंचायत में पांच

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 06:55 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 06:55 PM (IST)
73 पंचायतों में पूर्व प्रधानों का फंसा करीब 30 करोड़ भुगतान
73 पंचायतों में पूर्व प्रधानों का फंसा करीब 30 करोड़ भुगतान

-राज्यवित्त व 14वें वित्त से कराए गए निर्माण व मरम्मत कार्य

-औसतन करीब प्रत्येक पंचायत में पांच से 15 लाख तक बकाया

संवाद सहयोगी, तिर्वा : पंचायत चुनाव में हारने से पूर्व प्रधानों को बड़ा झटका लगा। कारण, उन्होंने अपने निजी संसाधन से गांव में निर्माण व मरम्मत कार्य करा दिया, लेकिन अभी तक भुगतान नहीं हो सका। करीब 73 ग्राम पंचायतों में 30 करोड़ रुपये बकाया है। प्रति पंचायत औसतन पांच से 15 लाख तक भुगतान अटका है।

विकास खंड उमर्दा की 90 ग्राम पंचायतों में से 73 ऐसी पंचायत है, जहां पर पूर्व प्रधानों का भुगतान अटका है। मनरेगा योजना से कराए गए कार्यो को भुगतान मजदूरों के खातों में हो गया, लेकिन राज्यवित्त व 14वें वित्त से ग्राम पंचायत में कराए गए निर्माण व मरम्मत कार्य का भुगतान अटक गया। सीसी रोड, इंटरलॉक रोड, हैंडपंप मरम्मत, स्कूलों का कायाकल्प समेत अन्य काम को पूर्व प्रधानों ने करा दिया था। डोंगल से भुगतान नहीं हो सका था। 25 दिसंबर को प्रधानों के अधिकार सीज हो गए थे। इससे दो दिन पूर्व प्रधान व सचिवों ने भुगतान पर काम किया, लेकिन वेबसाइट ने धोखा दे दिया। अब चुनाव हारने के बाद न तो प्रधान सुन रहे और न ही सचिव। प्रत्येक पंचायत में औसतन पांच से 15 लाख तक बकाया है। छोटी पंचायतों में पांच-पांच लाख व बड़ी पंचायतों में 15 से 20 लाख तक भुगतान अटका है। -------- भुगतान रोके नहीं जाएगी। कामों का सत्यापन व जांच होगी। फर्जी भुगतान नहीं होने दिया जाएगा। सही काम के भुगतान संबंधित फर्म को कराया जाएगा। अखिलेश तिवारी, बीडीओ, ब्लाक-उमर्दा

chat bot
आपका साथी