मवेशी काटने का विरोध करने पर मां-बेटी को पीटा
- लाठी-डंडों के हमले में चार लोग घायल - पीड़िता ने अवैध बूचड़खाने को बंद कराए जाने की
- लाठी-डंडों के हमले में चार लोग घायल
- पीड़िता ने अवैध बूचड़खाने को बंद कराए जाने की मांग की
संवाद सहयोगी, छिबरामऊ: खुले में मवेशी काटने का विरोध करने पर युवकों ने हमला कर दिया। मां बेटी सहित चार लोगों को लाठी-डंडों से मारपीट कर घायल कर दिया। पीड़िता ने अवैध रूप से चलाए जा रहे बूचड़खाने को बंद करवाए जाने की मांग की है।
कोतवाली छिबरामऊ के मोहल्ला बजरिया निवासी संजू सिंह ने बताया कि वह 80 वर्षीय मां बीना देवी एवं दो भांजी नंदनी व छाया के साथ रहती हैं। परिवार में कोई भी पुरुष नहीं है। उनके पड़ोस में ही रहने वाले कुछ लोग अवैध रूप से बूचड़खाना चलाते हैं। इसकी गंदगी व मवेशियों का खून नालियों में बहता है। इससे हमेशा बीमारियों के फैलने की आशंका बनी रहती है। इस समय बारिश का मौसम चल रहा है। सावन के महीने में वह पूजा करने मंदिर जा रही थी। इस बीच ये लोग खुले में मवेशी काट रहे थे। ऐसे में खून के छींटे ऊपर आकर के गिरे। इसका विरोध किया। युवकों ने अभद्रता करते हुए लाठी-डंडों से हमला कर दिया। उनके साथ मां व दोनों भांजियों को भी मारा पीटा। चारों लोग घायल हो गए। पीड़िता ने अवैध बूचड़खाना बंद करवा कर हमला करने वालों पर कार्रवाई की मांग की। प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार मिश्रा ने बताया मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। खुले में मवेशियों को नहीं काटने दिया जाएगा। अवैध रूप से संचालित होने पर तत्काल बूचड़खाना बंद कराया जाएगा।