ऑक्सीजन का स्टॉक बढ़ाने में जुटा मेडिकल कॉलेज प्रशासन

संवाद सहयोगी तिर्वा राजकीय मेडिकल कॉलेज में लेवल-टू के आइसोलेशन वार्ड में मरीजों की त

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 11:03 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 11:03 PM (IST)
ऑक्सीजन का स्टॉक बढ़ाने में जुटा मेडिकल कॉलेज प्रशासन
ऑक्सीजन का स्टॉक बढ़ाने में जुटा मेडिकल कॉलेज प्रशासन

संवाद सहयोगी, तिर्वा : राजकीय मेडिकल कॉलेज में लेवल-टू के आइसोलेशन वार्ड में मरीजों की तादाद बढ़ती जा रही। इससे स्वास्थ्य महकमा हैरान है। दवा, इंजेक्शन, ऑक्सीजन, मास्क व सैनिटाइजर कम पड़ने लगा। ऑक्सीजन का स्टॉक लगातार बढ़ाया जा रहा है।

रविवार को राजकीय मेडिकल कॉलेज में जिला अस्पताल से 25 जंबो सिलिडर ऑक्सीजन मंगवाई गई। ये सिलिडर अब यहीं पर रिजर्व में रहेंगे। साथ ही रिजर्व में ऑक्सीजन रखने के लिए इंतजाम बढ़ाया जा रहा। इसके अलावा रोजाना एक डीसीएम कानपुर से ऑक्सीजन के सिलिडर रीफिलिंग को आती है। आइसोलेशन वार्ड में करीब 16 मरीजों को लगातार ऑक्सीजन दी जा रही। इससे 50 से 60 सिलिडर प्रतिदिन की खपत है। ये सिलिडर को रीफिल कराए जाते हैं। सीएमएस डॉ. दिलीप सिंह ने बताया कि कोविड-19 के बढ़ते मरीजों का विषय हैरान करने वाला है। लोग बचाव नहीं कर रहे। इससे संक्रमण बढ़ रहा। इतनी तेजी से बढ़ा तो मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाएं भी चरमरा जाएंगी। मास्क, सैनिटाइजर, दवा व इंजेक्शन की कमी होती जा रही। आर्डर करने के बावजूद भी समय पर उपलब्धता नहीं होती है।

आइसोलेशन में तीन संक्रमित की मौत, स्वजन नहीं ले गए शव

संवाद सहयोगी, तिर्वा : आइसोलेशन वार्ड में कोरोना संक्रमित तीन मरीजों ने देर रात में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जानकारी स्वजन को दी गई तो दो लोगों ने शव लेने से इन्कार कर दिया। इससे मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने फर्रुखाबाद व कन्नौज में घाट पर कर्मचारियों के साथ शवों को भेजा है।

लखनऊ के राजाजीपुरम, न्यू पारा कॉलोनी निवासी 53 वर्षीय को रविवार दोपहर में भर्ती कराया गया और रात 9:30 बजे पर उनकी मौत हो गई। छिबरामऊ के 50 वर्षीय महिला को 16 अप्रैल को भर्ती कराया गया था। एक दिन भर्ती रहीं और इलाज चला। शनिवार आधी रात को उनकी मौत हो गई। सौरिख के बगियापुर गांव निवासी 45 वर्षीय युवक को रविवार दोपहर में भर्ती किया गया और रात में उनकी भी मौत हो गई। वहीं एक दिन पूर्व छिबरामऊ की महिला व फर्रुखाबाद के युवक की मौत होने से शव मोर्चरी में रखे थे। इनके स्वजन ने शव लेने से इन्कार कर दिया। इससे मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने शव वाहन से सीधे घाट पर अंतिम संस्कार को भेजे हैं। शवों के साथ कर्मचारियों को भेजा गया। सीएमएस डॉ. दिलीप सिंह ने बताया कि मरीज बढ़ते जा रहे हैं और कर्मचारियों की तादाद कम हो रही। कई कर्मचारी चुनाव ड्यूटी में भी भेजे गए हैं।

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