कागजों में 91000 रुपये की लागत से बन गया कच्चा मार्ग

संवाद सहयोगी सिकंदरा राजपुर ब्लॉक के रोहनी गांव में मनरेगा योजना के तहत 91 हजार रु

By JagranEdited By: Publish:Tue, 01 Dec 2020 12:40 AM (IST) Updated:Tue, 01 Dec 2020 12:40 AM (IST)
कागजों में 91000 रुपये की  लागत से बन गया कच्चा मार्ग
कागजों में 91000 रुपये की लागत से बन गया कच्चा मार्ग

संवाद सहयोगी, सिकंदरा : राजपुर ब्लॉक के रोहनी गांव में मनरेगा योजना के तहत 91 हजार रुपये की लागत से जून माह में बनवाए गए कच्चे संपर्क मार्ग के निर्माण पर प्रश्न लगने शुरु हो गए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि भले ही कागजों में सब कुछ सही दिखा दिया गया, लेकिन मार्ग पर घुटनों तक पानी भर जाने से लोगों का निकलना मुश्किल होता है। जिम्मेदारों को समस्या से कई बार अवगत कराने के बाद निस्तारण नहीं हो सका है।

रोहनी गांव के ग्रामीण कृष्ण अवतार, रामबाबू कश्यप, गुड्डू कुशवाहा, अजय दीक्षित आदि ने बताया कि गांव के बाहर खेतों से आने-जाने के लिए गांव के दिनेश दुबे के खेत से कन्हैयालाल दुबे के खेत तक इसी वित्तीय वर्ष 23 जून को ग्राम प्रधान कैलाश नाथ कटियार, ग्राम पंचायत अधिकारी स्वाति कटियार, रोजगार सेवक सुरेंद्र पाल ने मनरेगा योजना के तहत करीब 91 हजार की की लागत से एक किलोमीटर कच्चे संपर्क मार्ग का निर्माण कराया गया था। आरोप है कि भले ही विभागीय अधिकारी इस रास्ते का निर्माण कार्य कागजों में मानक के अनुरूप दिया हो, लेकिन वास्तव में मार्ग निर्माण के नाम पर खानापूर्ति की गई है। इसके चलते बारिश व खेतों की सिचाई के दौरान पानी उतराकर रास्ते में आ जाने से घुटनों तक भरान हो जाती है। खेतों में आने-जाने पर भारी परेशानी होती है। समस्या समाधान और कराए गए कार्य की वास्तविकता जांचने के लिए कई बार विभागीय अधिकारियों से मिन्नतें की। इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। एसडीएम आरसी यादव ने बताया कि मामले की जानकारी मिलने पर विभागीय कर्मियों को जांच के निर्देश दिए हैं।

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