कन्नौज का कचरा उठाने आती है कानपुर की गाड़ी
जागरण संवाददाता, कन्नौज : कानपुर की गाड़ी कन्नौज का कचरा उठाने आती है। हैरत हो रही है
जागरण संवाददाता, कन्नौज : कानपुर की गाड़ी कन्नौज का कचरा उठाने आती है। हैरत हो रही है यह बात सुनकर, लेकिन यह सच है। जिला अस्पताल समेत जिले के सभी बड़े अस्पतालों में मेडिकल कचरे के निस्तारण के लिए संयंत्र नहीं लगा है, जिससे कचरा खुले में पड़ा रहकर बीमारियों को दावत दे रहा है। जिला अस्पताल में तो मेडिकल कचरे को कूड़ादान में एकत्र किया जाता है, जबकि विनोद दीक्षित में खुले में कचरा फेंका जाता है। दो-तीन दिन में जब एक ट्रॉली कचरा जुट जाता है तो कानपुर से गाड़ी आकर यह कचरा उठाती है।
जनपद में जिला अस्पताल के अलावा विनोद दीक्षित अस्पताल, छिबरामऊ में सौ शैय्या अस्पताल समेत कई सीएचसी और पीएचसी हैं, जहां रोजाना मेडिकल कचरा एकत्र होता है। जिले में इस कचरे के निस्तारण के लिए संयंत्र न लगा होने से दिक्कत बढ़ती जा रही है। प्रतिदिन अस्पतालों में काफी मेडिकल कचरा एकत्र होता है। जिला अस्पताल में तो इस कचरे को एक जगह एकत्र कर दिया जाता है, जबकि विनोद दीक्षित अस्पताल में यह कचरा खुले में फेंक दिया जाता है। खुले में कचरा पड़ा होने से संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंका बनी रहती है।
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पिछली सरकार में हुई थी पहल
मेडिकल कचरे के निस्तारण के लिए पिछली प्रदेश सरकार में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने पहल की थी, लेकिन इस प्रस्ताव को शासन से हरी झंडी नहीं मिल सकी। अब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की गाड़ी हर दो-तीन दिन में कानपुर से आती है और कचरा उठाकर ले जाती है।
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मेडिकल कचरे के निस्तारण को संयंत्र लगाना शासन स्तर का काम है। तीन साल पहले प्रस्ताव शासन को भेजा गया था, लेकिन किन्हीं कारणों से नहीं लग सका। अब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कानपुर इस कचरे को ले जाता है, जहां निस्तारित कर दिया जाता है।
-डॉ. कृष्ण स्वरूप, सीएमओ