चार साल में नहीं बन पाया जिला अस्पताल का स्वतंत्र फीडर

जागरण संवाददाता कन्नौज शासन ने जिला अस्पताल को 24 घंटे आपूर्ति देने के लिए अलग से स्वतंत्र फ

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 11:19 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 11:19 PM (IST)
चार साल में नहीं बन पाया जिला अस्पताल का स्वतंत्र फीडर
चार साल में नहीं बन पाया जिला अस्पताल का स्वतंत्र फीडर

जागरण संवाददाता, कन्नौज : शासन ने जिला अस्पताल को 24 घंटे आपूर्ति देने के लिए अलग से स्वतंत्र फीडर बनाने की घोषणा की थी, जिसके लिए साढ़े चार करोड़ रुपये का बजट भी प्रस्तावित किया था। विद्युत विभाग की उदासीनता से अभी तक फीडर नहीं बन पाया है, जिससे अस्पताल में दिक्कत हो रही है।

प्रदेश सरकार ने सभी सरकारी अस्पतालों को 24 घंटे विद्युत आपूर्ति देने के निर्देश दिए हैं। जिला अस्पताल में 130 बेड तो मेटरनिटी विग में 100 बेड की व्यवस्था है। इसके अलावा सीटी स्कैन, डिजिटल एक्सरे समेत कई मशीनें बिजली पर ही निर्भर हैं, इन्हें जेनरेटर से नहीं चलाया जा सकता है। चार साल पहले 2017 में निर्बाध आपूर्ति के लिए शासन ने विद्युत विभाग को 4.5 करोड़ रुपये की लागत से स्वतंत्र फीडर बनाने के निर्देश दिए थे। पिछली साल काम शुरू हुआ, लेकिन कुछ दिन चलने के बाद यह ठप हो गया। ऐसे में जब बिजली चली जाती है तो जिला अस्पताल में सभी काम रुक जाते हैं। जीएसटी पर भी फंसा रहा पेंच

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने जिला अस्पताल के स्वतंत्र फीडर के लिए एस्टीमेट के अनुसार 3.5 करोड़ रुपये विद्युत विभाग को दे दिए। बिजली विभाग ने एस्टीमेट की धनराशि पर 18 फीसद जीएसटी मांगी, जिससे टेंडर नहीं हुआ। करीब डेढ़ साल तक काम जीएसटी के कारण रुका रहा। बाद में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण निदेशालय ने जीएसटी की धनराशि भी जमा कर दी, तब जाकर काम शुरू हो गया। कुछ दिन चलने के बाद कार्यदायी संस्था ने इसे बंद कर दिया। एस्टीमेट की धनराशि जमा होने के बाद भी जिला अस्पताल का स्वतंत्र विद्युत फीडर नहीं बन पाया है, जिससे दिक्कत हो रही है। कई बार विद्युत विभाग के अधिकारियों को रिमाइंडर भेजा, लेकिन अभी तक काम पूरा नहीं हुआ।

-डॉ. शक्ति बसु, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ---------

ठेकेदार की तबियत खराब होने के कारण काम बंद हो गया है। कार्यदायी संस्था को नोटिस देकर बुलाया गया है। लाइन बन चुकी है, जल्द ही मशीनों को स्थापित कर फीडर को चालू कर दिया जाएगा।

-शादाब अहमद, अधिशासी अभियंता, विद्युत

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