परेशान पैरामेडिकल स्टाफ की मदद को पूर्व राज्य मंत्री व विधायक आए आगे

- जेम निविदा निरस्त करने को सीएम अपर मुख्य सचिव व महानिदेशक को पत्र लिखा - एक से 2.50 लाख रु

By JagranEdited By: Publish:Fri, 08 Oct 2021 06:34 PM (IST) Updated:Fri, 08 Oct 2021 06:34 PM (IST)
परेशान पैरामेडिकल स्टाफ की मदद को पूर्व राज्य मंत्री व विधायक आए आगे
परेशान पैरामेडिकल स्टाफ की मदद को पूर्व राज्य मंत्री व विधायक आए आगे

- जेम निविदा निरस्त करने को सीएम, अपर मुख्य सचिव व महानिदेशक को पत्र लिखा

- एक से 2.50 लाख रुपये के मामले में डीएम कन्नौज को कमेटी गठित कर जांच कराए जाने को लिखा

संवाद सहयोगी, छिबरामऊ: कंपनी बदलने पर नौकरी जाने की आशंका से भयभीत पैरामेडिकल स्टाफ लगातार भटक रहा है। अधिकारियों ने इस ओर गंभीरता नहीं दिखाई। इस बीच पूर्व राज्य मंत्री व तिर्वा विधायक ने पैरामेडिकल स्टाफ की मदद का निर्णय लिया है। सीएम, महानिदेशक व अपर प्रमुख सचिव सहित अधिकारियों को पत्र भेजे गए।

नगला दिलू स्थित 100 शैया अस्पताल में सेवा प्रदाता कंपनी अवनि परिधि का टेंडर समाप्त हो रहा है। ऐसे में कर्मचारियों को नौकरी जाने का डर सताने लगा है। लगातार कर्मी अधिकारियों से फरियाद कर रहे थे। पैरामेडिकल स्टाफ की समस्या जनप्रतिनिधियों तक पहुंची। ऐसे में छिबरामऊ विधायक पूर्व राज्य मंत्री अर्चना पांडेय एवं तिर्वा विधायक कैलाश राजपूत ने मामले को गंभीरता से लिया। जनप्रतिनिधियों ने उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री सहित चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक को पत्र लिखा। पत्र में कहा गया है कि छिबरामऊ में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने अपने स्तर से जेम पोर्टल के माध्यम से पुराने कार्यरत आउटसोर्सिग कार्मिकों की निविदा निष्पादित कर ली। पंजीकरण के नाम पर पुराने कर्मियों से एक-एक लाख रुपये मांगे जा रहे हैं। कर्मियों से पंजीयन शुल्क के नाम पर एक-एक लाख की वसूली गंभीर प्रकरण है। उन्होंने नियम विरुद्ध की गई जेम निविदा को निरस्त किए जाने एवं अग्रिम आदेशों तक पूर्व व्यवस्था बनाए रखने की मांग की है।

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कमेटी गठन को लिखा पत्र

पूर्व राज्य मंत्री अर्चना पांडे ने जिलाधिकारी कन्नौज को पत्र भेजा है। इसमें उन्होंने कहा है कि 100 शैया अस्पताल में आउटसोर्सिग पर चार वर्ष से पैरामेडिकल स्टाफ कार्य कर रहा है। उनसे पैसे मांगे जा रहे हैं। सीएमएस ने शासन के मानकों का पालन नहीं किया है। निविदा के चयन का गजट नहीं कराया गया। ऐसे में चयनित फार्म के सभी अभिलेख व निविदा की सभी कार्रवाई की जांच के लिए कमेटी का गठन किया जाए। नियम विरुद्ध की गई आउटसोर्सिंग निविदा को निरस्त किया जाए। वहीं शुक्रवार को 100 शैया अस्पताल के पैरामेडिकल स्टाफ ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. राजेश कुमार तिवारी को ज्ञापन दिया। उन्होंने किसी को भी निष्कासित न करने और पहले की भांति कार्य कराने की मांग की। इस दौरान स्टाफ नर्स बबली, आरती, विवेक, रंजना, संगीता, पवन कुमार, शालू वर्मा, अरुण कुमार, स्वागत कुमार, प्रियंका सिंह, वीरेंद्र, राहुल दीक्षित, कल्पना देवी व सोनम सिंह मौजूद रहे। पैरामेडिकल स्टाफ कर्मी जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्रा और सीएमओ से भी मिले उन्हें समस्या बताई।

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