मतपत्र पर चुनाव चिह्न गायब, मतदान रद करने की मांग
जागरण संवाददाता कन्नौज मतपत्र पर बीडीसी प्रत्याशी का चुनाव चिह्न गायब रहा। शिकायत करने के
जागरण संवाददाता, कन्नौज : मतपत्र पर बीडीसी प्रत्याशी का चुनाव चिह्न गायब रहा। शिकायत करने के बाद भी सुनवाई नहीं हुई। संबंधित अफसरों ने अनदेखा कर दिया और मतदान होता रहा। यह आरोप लगा महिला प्रत्याशी ने जिला निर्वाचन अधिकारी से मतदान रद कर दोबारा कराने की मांग की।
उमर्दा ब्लाक की ग्राम पंचायत बिनौरा, मौजा रामपुर निवासी साजिदा बेगम ने बताया कि वह क्षेत्र के वार्ड 66 से बीडीसी प्रत्याशी हैं। सोमवार को बूथ संख्या 371 में मतदान हुआ। इस दौरान बीडीसी का जो भी मतपत्र मतदाताओं को दिए गए उसमें प्रत्याशी का चुनाव चिह्न नहीं था। प्रत्याशियों ने विरोध किया तो मतदान अधिकारी ने नहीं माना और मतदान होता रहा। मंगलवार को जिला निर्वाचन अधिकारी राकेश कुमार मिश्रा को लिखित शिकायत की है, जिसमें मतदान रद कर दोबारा कराने की मांग की गई। उपजिला निर्वाचन अधिकारी गजेंद्र कुमार ने बताया कि शुरुआत में दिक्कत आई थी, जो निर्वाचन अधिकारी ने फौरन मतपत्र उपलब्ध करा दिए थे। मतगणना के दौरान स्थिति साफ हो जाएगी।
गायब 200 मतपत्र मिले, रखकर भूल गए थे पीठासीन अधिकारी : सदर ब्लाक के दंदौराखुर्द में गायब 200 मतपत्र मिल गए, जो बक्सा के पीछे पड़े मिले। इसमें पीठासीन अधिकारी की लापरवाही रही। पीठासीन अधिकारी ने खुद कक्ष के बाहर मतपत्र गायब होने की बात कही थी। इस बात पर प्रत्याशियों ने हंगामा किया था।
सोमवार शाम मानीमऊ क्षेत्र के दंदौराखुर्द ग्राम पंचायत के बूथ संख्या 227 पर मतदान के दौरान अचानक बीडीसी के 200 मतपत्र कम पड़ गए। पीठासीन अधिकारी ने काफी ढूंढ़ा, लेकिन नहीं मिले। रवानगी से समय गिनती करके लाए थे इसलिए कम होने का सवाल नहीं था। इस कारण खुद मतपत्र गायब होने की आशंका जताई। अधिकारियों को जानकारी न देकर कक्ष के बाहर आकर यह बात कही। वहां खड़े चुनाव अभिकर्ता व मतदाताओं ने यह बात प्रत्याशियों तक पहुंचा दी। इससे नाराज प्रत्याशियों ने हंगामा किया था। पुलिस ने लाठी पटक खदेड़कर मामला शांत कराया था। इधर, मतदान बाधित न हो इसलिए जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट ने ब्लाक से 200 मतपत्र फौरन मंगाए थे। मतदान खत्म होने के बाद मतपत्र ढूंढे़ तो बक्से के पीछे पड़े मिले। जिसका क्रमांक सही निकला। इसमें पीठासीन अधिकारी की लापरवाही सामने आई। निर्वाचन अधिकारी मनीष सिंह ने बताया कि मतपत्र वहीं थे जो बाद में मिल गए हैं।