शहर के 77 मुहल्ले और 111 गांवों में फैला डेंगू

- शनिवार को जिले में 30 और मिले डेंगू पाजिटिव - सदर ब्लाक के दाईपुर गांव में 48 मिल चुके

By JagranEdited By: Publish:Sat, 09 Oct 2021 06:31 PM (IST) Updated:Sat, 09 Oct 2021 06:31 PM (IST)
शहर के  77 मुहल्ले और 111 गांवों में फैला डेंगू
शहर के 77 मुहल्ले और 111 गांवों में फैला डेंगू

- शनिवार को जिले में 30 और मिले डेंगू पाजिटिव

- सदर ब्लाक के दाईपुर गांव में 48 मिल चुके डेंगू के मरीज

जागरण संवाददाता, कन्नौज : बुखार मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जनपद में 77 मुहल्लों व 111 गांव में लोग डेंगू संक्रमित हो चुके हैं। शनिवार को पैथोलाजी में रैपिड टेस्ट किट जांच में चार व एलाइजा की रिपोर्ट में 26 डेंगू पाजिटिव मरीज मिले हैं। जिले में अब तक किट से 242 व एलाइजा में 550 डेंगू पाजिटिव मिल चुके हैं। वहीं, 58 लोगों की बुखार से जान जा चुकी है।

शनिवार को जिला अस्पताल में मरीजों की भीड़ लगी रही। महिला अस्पताल, अल्ट्रासाउंड, ओपीडी, इमरजेंसी, आयुष विभाग समेत कई वार्डो में भीड़ रही। करीब 571 मरीजों का पंजीकरण किया गया। इसमें 59 बुखार से पीड़ित मिले। 14 बुखार पीड़ितों की रैपिड जांच में चार डेंगू पाजिटिव मिले हैं। इसमें सदरपुर टीला दो, दाईपुर एक व हलपुरा में एक मरीज मिला है।

वहीं, जिला अस्पताल की पैथोलाजी में एक कंप्यूटर खराब पड़ा है। इससे मरीजों को पंजीकरण कराने में दिक्कत हो रही है। नोडल अधिकारी डाक्टर बृजेश शुक्ला ने बताया कि तिर्वा मेडिकल कालेज से एलाइजा रिपोर्ट आई है। इसमें 26 डेंगू पाजिटिव मिले है। सभी डेंगू संक्रमित क्षेत्रों में कैंप लगाकर दवा वितरण की गई। डेंगू व मलेरिया के सैंपल लिए गए। इसके बाद गांव व मुहल्ले में एंटी लार्वा का छिड़काव कराया गया।

-------

शहर में कम, गांव में फैला बुखार

जिले में 111 गांव व 77 मुहल्लों में डेंगू पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। बुखार पीड़ितों में गांव के मरीज सबसे ज्यादा हैं। इसमें सबसे अधिक दाईपुर 48, तेरामल्लू 25, जलालपुर सरवन 13, मड़हारपुर 12, तिखवा 12, आकिलपुर 11, सौंसरापुर नौ व शहरी क्षेत्र में काजीपुर टीला 23, जसौली 18, मेडिकल कालेज तिर्वा 10 व सरामीरा में आठ डेंगू पाजिटिव मिले हैं। दिन में बिना मच्छरदानी के लेटते मरीज

जिला अस्पताल के मेडिकल वार्ड में डेंगू वार्ड बनाया गया है। यहां पर बुखार से पीड़ित 12 लोग भर्ती हैं। इनमें डेंगू संक्रमित भी हैं। कई मरीज ठीक होने की स्थिति में पहुंच गए है। वार्डो में भर्ती मरीज दिन में मच्छरदानी हटाकर लेटते है। इससे और बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक डेंगू का मच्छर दिन में ही काटता है। इन मरीजों को अस्पताल में इलाज तो मिल रहा है, लेकिन बचाव की सलाह नहीं मिल रही है। विशेषज्ञ ने राउंड के दौरान एक भी मरीज से मच्छरदानी लगाने के लिए नहीं कहा। सीएमएस डाक्टर शक्ति बसु ने बताया कि मरीजों को दिन में मच्छरदानी लगाने के लिए जागरूक किया जाएगा।

chat bot
आपका साथी