परिसीमन ने छीन लिए ग्रामीण आवास
जागरण संवाददाता कन्नौज परिसीमन से नगर में शामिल हुए गांव ग्रामीण योजनाओं से वंचित हो गए हैं। सदर ब्लॉक के दस ग्रामों को परिसीमन में नगर पालिका कन्नौज में शामिल किया गया था। इसका असर हाल ही में स्वीकृत योजनाओं पर पड़ा है।
केस एक : नसरापुर निवासी तोता पत्नी बल्लू ने बताया किए उन्हें आवास मिला था। जनवरी में पहली किस्त 40 हजार रुपये आई थी, जो निर्माण कराने से पहले खाते से वापस हो गई है। कई लोगों के साथ ऐसा हुआ है। केस दो : पट्टी की रहने वाली चमनबानो भी विकास भवन के चक्कर लगा रही हैं। बताया कि आवास प्लस सर्वे के तहत कई साल बाद आवास मिला। खाते में धनराशि आई जो वापस हो गई। इससे योजना से वंचित रह गए हैं।
-- जागरण संवाददाता, कन्नौज :
परिसीमन से नगर में शामिल हुए गांव ग्रामीण योजनाओं से वंचित हो गए हैं। सदर ब्लॉक के दस ग्रामों को परिसीमन में नगर पालिका कन्नौज में शामिल किया गया था। इसका असर हाल ही में स्वीकृत योजनाओं पर पड़ा है। आवास प्लस सर्वे के तहत लाभार्थियों को मिले आवासों की 40-40 हजार रुपये खाते में आने के बाद वापस हो गई है। अभी ऐसे चार मामले सामने आए हैं, जो अफसरों के चक्कर लगा रहे हैं। इन्हें परिसीमन से पहले आवास स्वीकृत हुए थे और बाद में खाते में धनराशि आई थी। वहीं, ग्रामीण इलाकों में सामुदायिक इज्जतघर, पंचायत भवन समेत अन्य निर्माण लटक गए हैं। मनरेगा का काम ठप होने से श्रमिकों से काम छिन गया है। नगर के विस्तार को लेकर हुआ था परिसीमन
दिसंबर में नगर पालिका के विस्तार को लेकर सदर ब्लॉक के दस ग्रामों का परिसीमन हुआ था। इनमें पांच ग्राम पंचायतें अकबरपुर सरायघाघ, सरायमीरा, मानपुर, नसरापुर व रितुकला की आबादी नगर में शामिल होने से खत्म हो गई थीं, जबकि जलालपुर सरवन व जसौली ग्राम पंचायत की एक हजार तक आबादी बचने पर इन्हीं नाम से पंचायतों का पुनर्गठन किया गया। कन्नौज बांगर, कन्नौज कछोहा व कंदरौली बांगर को आसपास ग्राम पंचायत में जोड़ दिया गया था।
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आवास पहले स्वीकृत हुए थे, परिसीमन के बाद किस्त आई है। इसलिए रोक लग गई है। इस पर शासन स्तर से बात चल रही है। समस्या का समाधान किया जाएगा।
-सुशील कुमार, परियोजना निदेशक, जिला ग्राम्य विकास अभिकरण