बारिश की बूंदों से उभरेंगे डार्क जोन ब्लाक

जागरण संवाददाता कन्नौज भूमि संरक्षण विभाग की खेत-तालाब योजना डार्क जोन ब्लाक तालग्राम व जलाला

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 07:08 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 07:08 PM (IST)
बारिश की बूंदों से उभरेंगे डार्क जोन ब्लाक
बारिश की बूंदों से उभरेंगे डार्क जोन ब्लाक

जागरण संवाददाता, कन्नौज : भूमि संरक्षण विभाग की खेत-तालाब योजना डार्क जोन ब्लाक तालग्राम व जलालाबाद को उभारेगी। सभी विकास खंड पर इस वर्ष 20 मिनी तालाब बनाए जाएंगे। डार्क जोन ब्लाकों पर जोर रहेगा। तालाब निर्माण किसान व ग्रामीण खुद कराएंगे, जहां बारिश का पानी बर्बाद न होकर संजोया जाएगा। बारिश के बाद यह तालाब जल संरक्षण में मददगार साबित होंगे। इन तालाब के बराबर इस्तेमाल से भूगर्भ जलस्तर में वृद्धि होगी। पानी की किल्लत दूर होने के साथ यह तालाब किसान व ग्रामीणों के लिए आमदनी का जरिया भी बनेंगे। मिनी तालाब में किसान मत्स्य पालन, सिघाड़ा, सिचाई समेत अन्य कृषि कार्य भी कर सकेंगे। इससे किसानों की आय दोगुनी होगी। पशु-पक्षियों की प्यास भी यह तालाब बुझाएंगे।

लक्ष्य 20, पंजीयन 27

भूमि संरक्षण अधिकारी उपेंद्र नाथ खरवार ने बताया कि आठ विकास खंड पर 20 तालाब लाभार्थियों को देने का लक्ष्य मिला है। अब तक 27 किसानों ने आनलाइन आवेदन किए हैं। सत्यापन व पंजीयन की प्रक्रिया जारी है। ज्यादातर किसान इच्छुक हैं। पहले आओ पहले पाओ के आधार पर लाभ मिलेगा।

आधी लागत पर तालाब

योजना में चयनित होने पर तालाब स्वीकृत होता है, जिसका निर्माण गांव व खेत पर खुद की भूमि पर कराना होता है। तालाब एक माडल पर बनते हैं, जिसकी लागत 1,05,000 रुपये आती है। इसमें 52,500 रुपये अनुदान के तौर पर सरकार देती है।

तालाब की संरचना

20 मीटर लंबाई

20 मीटर चौड़ाई

तीन मीटर गहराई

वर्ष वार इतने बने तालाब

2017-18 : 37

2018-19 : शून्य

2019-20 : 05

2020-21 : 12

योजना का उद्देश्य

-वर्षा व जल संरक्षण के लिए प्रेरित करना

-जल को पलेवा व सिचाई में इस्तेमाल करना

-कम पानी से अधिक आय के लिए प्रेरित करना

-परियोजना क्षेत्र में भूगर्भ जलस्तर में वृद्धि

-पलायन कर आए लोगों को रोजगार मिलना

-मत्स्य पालन व जलीय खेती से आमदनी

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