आतंकवाद के खिलाफ मोर्चा लेने के उद्देश्य से भारत-रूस की सेनाओं के बीच झांसी में शुरू हुआ युद्धाभ्यास

भारत और रूस की सेनाओं के बीच संयुक्त युद्धाभ्यास ‘इंद्र 2019’ की शुरुआत बुधवार को झांसी के बबीना फील्ड फायरिंग रेंज में हो गई है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Wed, 11 Dec 2019 04:01 PM (IST) Updated:Thu, 12 Dec 2019 10:10 AM (IST)
आतंकवाद के खिलाफ मोर्चा लेने के उद्देश्य से भारत-रूस की सेनाओं के बीच झांसी में शुरू हुआ युद्धाभ्यास
आतंकवाद के खिलाफ मोर्चा लेने के उद्देश्य से भारत-रूस की सेनाओं के बीच झांसी में शुरू हुआ युद्धाभ्यास

झांसी, जेएनएन। भारत और रूस की सेनाओं का संयुक्त सैन्य अभ्यास  ‘इंद्र 2019’ बुधवार को बबीना सैन्य स्टेशन में शानदार मार्चपास्ट, संयुक्त ध्वजारोहण व हेलिकॉप्टर के रोमांचक प्रदर्शन के साथ शुभारंभ हुआ। यह देश का पहला ऐसा युद्ध अभ्यास है, जिसमें भारत व रूस के जल, थल व वायु सैनिक हिस्सा ले रहे हैं। इसके पहले रूस में 2017 के दौरान तीनों सेनाओं ने पहली बार एक साथ युद्ध अभ्यास किया था। युद्ध अभ्यास के शुभारम्भ पर भारतीय व रूस की सेना द्वारा सैन्य अभ्यास से दोस्ती और गहरी होने तथा सेना के बीच रणनीतिक कौशल बढऩे की उम्मीद जतायी गयी। इससे अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को और प्रभावशाली तरीके से लडऩे में मदद मिलेगी।

संयुक्त राष्ट्र की शांति पहल व वैश्विक आतंकवाद से निबटने के उद्देश्य के साथ भारत व रूस का संयुक्त सैन्य अभ्यास 'इंद्र-2019' बुधवार से यहां बबीना स्थित फायरिंग रेंज में प्रारंभ हुआ। 19 दिसंबर तक चलने वाले इस युद्धाभ्यास में दोनों देशों की सेनाएं आधुनिक अस्त्र-शस्त्रों का प्रदर्शन, उनकी मारक क्षमता, युद्ध रणनीति और सामंजस्य की परख करेंगी और दक्षता बढ़ाएंगी। यह इंद्र श्रृंखला का 11 वां संयुक्त युद्धाभ्यास है। दक्षिणी कमान के स्टाफ अध्यक्ष ले. जनरल डीएस आहूजा के मुख्य आतिथ्य में सैन्य अभ्यास का शुभारंभ हुआ। 

संयुक्त राष्ट्र की पहल पर यह दस दिवसीय युद्धाभ्यास भारत में किया जा रहा है। इसका उद्देश्य आतंकवाद विरोधी कार्रवाई में सैनिकों को संयुक्त प्रशिक्षण प्रदान करना है। मुख्य अतिथि के साथ रशियन फेडरेशन के इस्टर्न मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट के कमांड मेजर जनरल सेकोव ओलेग ने ध्वजारोहण व शानदार संयुक्त मार्च पास्ट की सलामी लेकर 'इंद्र-2019' का शुभारंभ किया। उद्घाटन समारोह में ले. जनरल डीएस आहूजा व रशियन फेडरेशन के मेजर जनरल सेकोव आलिग मुसोविच ने संयुक्त रूप से भारत-रूस दोस्ती को ऐतिहासिक व सबसे प्राचीन बताते हुए कहा कि इससे दोनों देशों के बीच रिश्ते और गहरे होंगे। दोनों दोस्त अच्छे पड़ोसी हैं और दोनों के बीच हमेशा से ही घनिष्ठ संबंध रहे हैं। जब भी जरूरत पड़ी हमने एक-दूसरे की मदद की है। 10 दिवसीय अभ्यास में रूसी संघ की तीनों सेनाएं झांसी के बबीना के साथ पुणे व गोवा में संयुक्त युद्धाभ्यास करेंगी। 

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