झाँसी में सँवारे जाएंगे 'वन्दे भारत' के कोच

फोटो : 1 बीकेएस 18 झाँसी : रेल कोच नवीनीकरण फैक्ट्रि में लगभग पूरे हो चुके शेड। -जागरण ::: -

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 01:00 AM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 01:00 AM (IST)
झाँसी में सँवारे जाएंगे 'वन्दे भारत' के कोच
झाँसी में सँवारे जाएंगे 'वन्दे भारत' के कोच

फोटो : 1 बीकेएस 18

झाँसी : रेल कोच नवीनीकरण फैक्ट्रि में लगभग पूरे हो चुके शेड। -जागरण

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- 15 अगस्त 2022 में राष्ट्र को समर्पित कर दी जाएगी रेल कोच फैक्ट्रि

- रेल कोच फैक्ट्रि में स्वदेशी मशीन के उपयोग से होगी कोच की साज-सज्जा

- पहले फे़ज में हर वर्ष 250, तो दूसरे फे़ज में तैयार होंगे 500 कोच

झाँसी : भारतीय रेल के स्वर्णिम इतिहास के पन्नों में झाँसी रेल मण्डल की भूमिका हमेशा ही महत्वपूर्ण रही है। रेलवे के इतिहास में ऐसा ही एक और अध्याय झाँसी मण्डल जोड़ने जा रहा है। प्रधानमन्त्री मोदी द्वारा झाँसी को दी गई रेल कोच फैक्ट्रि की सौगात अपने निर्माण के अन्तिम पड़ाव पर है। आरवीएनएल (रेल विकास निगम लिमिटेड) द्वारा तैयार की जा रही यह रेल कोच नवीनीकरण फैक्ट्रि अगले साल अगस्त में राष्ट्र को समर्पित कर दी जाएगी। एक ओर कोच फैक्ट्रि के पूरा होने का इसका सीधा लाभ रेल यात्रियों को मिलेगा तो वहीं, झाँसी के लिए एक और उपलब्धि यह होगी कि इस कोच फैक्ट्रि में देश की सबसे हाइटेक 'वन्दे भारत' ट्रेन के कोच की साज-सज्जा भी की जाएगी।

15 फरवरी 2019 को झाँसी में जनसभा के दौरान प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने झाँसी के नगरा हाट के मैदान में नई रेल कोच नवीनीकरण फैक्ट्रि बनाने का एलान किया था। प्रधानमन्त्री की घोषणा के साथ ही फैक्ट्रि का निर्माण कार्य भी शुरू हो गया। 80 एकड़ भूमि और लगभग 435 करोड़ रुपये की लागत से बनाई जा रही फैक्ट्रि ते़जी से आकार ले रही थी कि कोरोना संक्रमण के दौर में इसके निर्माण पर संकट के बादल छा गए और रेलवे बोर्ड ने कार्यदायी संस्था आरवीएनएल को निर्माण कार्य 3 साल के लिए स्थगित करने का फरमान जारी कर दिया। एक समय लग रहा था कि अब कोच फैकिट्र का काम लम्बे समय के लिए टल गया है। लेकिन, आरवीएनएल ने अपने खर्च पर ही फैक्ट्रि निर्माण कार्य पूरा करने का मन बनाते हुए काम को धीरे-धीरे आगे बढ़ाना शुरू कर दिया। कम्पनि के इस निर्णय का परिणाम यह हुआ कि अब रेल कोच नवीनीकरण फैक्ट्रि अपने स्वरूप में आने के अन्तिम पड़ाव पर पहुँच गई है। आरवीएनएल का कहना है कि आ़जादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर अगले साल 2022 में कोच फैक्ट्रि का कार्य पूरा कर लिया जाएगा और 15 अगस्त के दिन यह फैक्ट्रि राष्ट्र को समर्पित कर दी जाएगी।

वन्दे भारत ट्रेन के कोच का भी होगा नवीनीकरण

नगरा हाट के मैदान में लगभग तैयार हो चुकी रेल कोच नवीनीकरण फैक्ट्रि में एलएचबी कोच के साथ ही भारत की हाइस्पीड ट्रेन में से एक वन्दे भारत के कोच की भी साज-सज्जा की जाएगी। यह बात इसलिए खास है कि वन्दे भारत देश की पहली ट्रेन है जो आधुनिकतम तकनीक और फीचर्स से लैस है। इसको लेकर रेलवे बोर्ड ने आरवीएनएल को निर्देश दिए हैं कि फैक्ट्रि को वन्दे भारत के कोच के नवीनीकरण के मुताबिक विकसित किया जाए।

स्वदेशी मशीन देंगी सेवा

भारतीय रेल ने कोच फैक्ट्रि में स्वदेशी तकनीक को ही तरजीह दी है। कोच फैक्ट्रि के 8 शेड में लगने वाली लगभग सभी मशीन स्वदेशी हैं। यह मशीन देश के कोने-कोने से झाँसी पहुँचने लगीं हैं।

कोच फैक्ट्रि में यह होगा कार्य

बड़े क्षेत्रफल में फैली रेल कोच नवीनीकरण फैक्ट्रि झाँसी रेल मण्डल के साथ ही महानगर वासियों के लिए विकास के कई द्वार खोलेगी। रेल कोच फैक्ट्रि में यात्री ट्रेन के कोच की साज-सज्जा के साथ ही कई महत्वपूर्ण कार्य किए जाएंगे। बता दें कि हर 6 साल बाद ट्रेन के कोच का नवीनीकरण किया जाता है। झाँसी की इस कोच नवीनीकरण फैक्ट्रि में कोच का रंग-रोगन, बर्थ बदलना, टॉयलेट का नवीनीकरण, प्रीमियम ट्रेन के कोच में टेबल, लाइट, फ्लोर बदलना और इसके साथ ही अन्य बदलाव कर कोच को अन्दर से सुन्दर बनाने के कार्य किए जाएंगे।

8 शेड से होकर गुजरेंगे कोच

रेल कोच नवीनीकरण फैक्ट्रि में 10 बड़े शेड का निर्माण किया गया है। इनमें 2 शेड प्रशानिक कार्य और स्टोर के रूप में इस्तेमाल किए जाएंगे। इसके अलावा अन्य 8 शेड में कोच नवीनीकरण के अलग-अलग सेक्शन बनाए जाएंगे। आरवीएनएल के तकनीकी विशेषज्ञ ने बताया कि कोच को सेवा के लिए भेजने से पहले इन 8 शेड में की जाने वाली साज-सज्जा प्रक्रिया से होकर गुजरना होगा। जब सभी शेड से कोच को हरी झण्डी मिल जाएगी, तभी कोच को बाहर भेजा जाएगा।

250 से 500 कोच के नवीनीकरण की है योजना

रेल कोच नवीनीकरण फैक्ट्रि को इस प्रकार डि़जाइन किया गया है कि इसमें अधिक कोच का कार्य आसानी से किया जा सके। आरवीएनएल के अधिकारी ने बताया कि पहले फे़ज में यहाँ एलएचबी (लिंक हॉफमेन बुश) श्रेणी के 250 कोच का नवीनीकरण हर साल किया जाएगा। वहीं, आवश्यकता होने पर दूसरे फे़ज में 500 कोच आसानी से तैयार किए जा सकेंगे।

फाइल : वसीम शेख

समय : 06 : 40

1 नवम्बर 2021

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