़फ़र्जी किसानों को दे दी थोक में खाद की बोरियाँ

मामला 1 : आकांक्षा फर्टिलाइ़जर रक्सा द्वारा गाँव के ही 'किसान' राजेश को 34 बोरी डीएपी दे दी। अधिकारि

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 06:43 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 06:43 PM (IST)
़फ़र्जी किसानों को दे दी थोक में खाद की बोरियाँ
़फ़र्जी किसानों को दे दी थोक में खाद की बोरियाँ

मामला 1 : आकांक्षा फर्टिलाइ़जर रक्सा द्वारा गाँव के ही 'किसान' राजेश को 34 बोरी डीएपी दे दी। अधिकारियों ने जाँच की तो पता चला कि इस 'किसान' के नाम पर ़जमीन का एक टुकड़ा भी नहीं था। पूछताछ में राजेश ने बताया कि वह बटाई पर 32 एकड़ ़जमीन लिए हैं। पर, प्रशासन ने तर्क को अस्वीकार कर दिया। अब एजेन्सी के साथ ही इस 'किसान' के ख़्िाला़फ कार्यवाही की तैयारी चल रही है।

मामला 2 : माँ सुखदायिनी ट्रेडर्स समथर द्वारा भी खाद वितरण में धाँधली की गई है। यह मामला जाँच में सामने आ चुका है। खाद लेने वाले समथर निवासी राहुल गुप्ता की जाँच कराई गई तो पता चला कि उन्होंने 30 बोरी खाद ली, जबकि उनके पास ़जमीन की खसरा-खतौनी नहीं मिली। उनके पिता के नाम पर 12 एकड़ ़जमीन है। 12 एकड़ ़जमीन के बावजूद 30 बोरी खाद कैसे दी गई, इसकी अभी पड़ताल चल रही है। जाँच कमिटि ने फिलहाल राहुल से इस सम्बन्ध में और प्रपत्र माँगे हैं।

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- किसान कर रहे एक-एक बोरी खाद के लिए संघर्ष

- 2 खाद एजेन्सी पर पकड़ा खाद का फर्जीबाड़ा

- टॉप-100 खाद ख़्ारीदार प्रशासन के रडार पर

झाँसी : यह दो मामले खाद में धाँधली के उदाहरण हैं, जो खाद विक्रेताओं ने खेला है। किसान खाद के लिए हायतौबा कर रहे हैं, लेकिन कुछ दुकानदार ऐसे किसानों को थोक में खाद उपलब्ध करा रहे हैं। इनके पास ़जमीन का कोई टुकड़ा भी नहीं है। फिलहाल ऐसे 2 दुकानदार और किसान चिह्नित कर लिए गए हैं, जबकि टॉप-100 की सूची बना ली गई है। यह ऐसे किसान हैं, जिन्होंने काफी अधिक मात्रा में खाद खरीदी है। ़िजलाधिकारी रविन्द्र कुमार के निर्देश पर इन किसानों की जमीन सम्बन्धी जाँच की जा रही है।

3 अधिकारियों की जाँच कमिटि बनाई

़िजलाधिकारी ने जनपद में सबसे अधिक खाद खरीदने वाले 100 किसानों की जाँच के निर्देश दिए हैं। इसके लिए 3 अधिकारियों की जाँच कमिटि बनाई गई है। कमिटि में ़िजला कृषि अधिकारी केके सिंह, भूमि संरक्षण अधिकारी (चिरगाँव) संजय कुमार तथा भूमि संरक्षण अधिकारी (मऊरानीपुर) बिपिन कुमार को शामिल किया गया है। कमिटि ने जाँच शुरू कर दी है।

1 एकड़ पर 1 बोरी डीएपी

सभी किसानों को खाद उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन ने इस बार 1 एकड़ पर 1 बोरी डीएपी खाद देने की व्यवस्था की है। इसके लिए किसान को खसरा-खतौनी व आधार कार्ड दिखाना होता है। इससे अधिक खाद फिलहाल उपलब्ध नहीं कराई जा रही है।

फोटो हाफ कॉलम

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इन्होंने कहा

'जनपद में 31 ह़जार एमटी (मीट्रिक टन) खाद वितरण का लक्ष्य है। इसके सापेक्ष 33 ह़जार एमटी खाद का वितरण कर दिया गया है, लेकिन फिर भी खाद की डिमाण्ड खत्म नहीं हो रही है। इस पर नियन्त्रण के लिए जनपद में टॉप-100 खाद खरीदारों की सूची बनाई गई है, जिसकी जाँच कराई जा रही है। फिलहाल 2 खाद विक्रेता व किसान चिह्नित किए गए हैं, जिन्हें बिना ़जमीन के ही काफी मात्रा में खाद उपलब्ध कराई गई है। इन विक्रेताओं व किसानों के खिलाफ मु़कदमा दर्ज कराया जाएगा।'

0 रविन्द्र कुमार, ़िजलाधिकारी

फाइल : राजेश शर्मा

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