जूनियर डॉक्टर का कार्य बहिष्कार जारी, बनने लगे पर्चे

फोटो 30 बीकेएस 15 झाँसी : महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलिज में पर्चा बनवाने के लिये लगी भीड़। :::

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 07:48 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 07:48 PM (IST)
जूनियर डॉक्टर का कार्य बहिष्कार जारी, बनने लगे पर्चे
जूनियर डॉक्टर का कार्य बहिष्कार जारी, बनने लगे पर्चे

फोटो 30 बीकेएस 15

झाँसी : महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलिज में पर्चा बनवाने के लिये लगी भीड़।

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फोटो 30 बीकेएस 12

झाँसी : चिकित्सक कक्ष के बाहर बैठे मरी़ज।

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फोटो 30 जेएचएस 7

झाँसी : कैण्डिल मार्च निकालते जूनियर डॉक्टर।

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फोटो 30 बीकेएस 6

सीएमएस डॉ. एचसी आर्य।

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जूडा अध्यक्ष निखिल मिश्रा।

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- जूनियर डॉक्टर्स ने कुछ घण्टे ही किया अनशन, निकाला कैण्डिल मार्च

- पर्चा काउण्टर को नहीं करा सके बन्द, 928 पर्चे बने

झाँसी : काउंसिलिंग को लेकर चल रही देशव्यापी कार्य बहिष्कार के तहत महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलिज के जूनियर डॉक्टर का हौसला चौथे दिन पस्त होता दिखा। तीन दिन से जबर्दस्त दबाव बनाकर सामान्य सेवाएं बाधित रखे जूनियर डॉक्टर्स मंगलवार को न तो पूरे समय अनशन पर बैठ पाए और न ही पर्चा काउण्टर पर लगने वाली भीड़ को रोक सके। हालाँकि सुबह प्रदर्शन और शाम को कैण्डिल मार्च की औपचारिकता जरूर पूरी की गयी।

जूनियर डॉक्टर्स ने शनिवार को बेमियादी हड़ताल शुरू कर दी थी। उनका कहना है कि सरकार मेडिकल छात्रों की काउंसलिंग नहीं करा रही है, जिससे उनका साल बर्बाद हो रहा है। पहले सत्र के छात्र अपना कोर्स पूरा कर चुके हैं और उनके दूसरे सत्र की पढ़ाई लगभग 6 माह पहले शुरू हो जाना चाहिये थी, लेकिन अब तक काउंसिलिंग न होने से वे पहले सत्र में ही लटके हुये हैं। यही स्थिति तीसरे सत्र के विद्यार्थियों की है। इस मुद्दे को लेकर उन्होंने इमरजेंसी एवं ओपीडी छोड़कर बाकी सेवाएं बाधित कर रखी थीं। सामान्य उपचार एवं परामर्श के लिये आने वाले मरी़जों के पर्चे तक बनना बन्द हो गये थे। हालाँकि मेडिकल कॉलिज प्रबन्धन ने सोमवार को पर्चा काउण्टर शुरू करवाये थे और 170 पर्चे बन भी गये थे, लेकिन जूनियर डॉक्टर्स ने बाद में काउण्टर बन्द करवा दिया था। मंगलवार को पूरे समय तक पर्चा काउण्टर खुले और 928 पर्चे बनाये गये।

मरी़जों को मिला सुचारु उपचार

आज मेडिकल कॉलिज के सीनियर डॉक्टर प्रतिदिन की तरह ही अपने कक्षों में बैठे। उन्होंने मरी़जों को न केवल परामर्श दिया, बल्कि उनका उपचार भी किया। इस दौरान हर कक्ष के सामने मरी़जों की लम्बी लाइन लगी रहीं। एक्स-रे, अल्ट्रासाउण्ड आदि की भी जाँच बेरोकटोक होती रही।

सांकेतिक प्रदर्शन कर जताया विरोध

जूनियर डॉक्टर सुबह कुछ देर के लिये धरने पर बैठे और सांकेतिक जुलूस भी निकाला, लेकिन अपराह्न लगभग 11.30 बजे के बाद वे चले गये। इससे धरना पण्डाल खाली हो गया। उन्होंने शाम को कैण्डिल मार्च निकाला।

इन्होंने कहा

0 महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलिज के प्रमुख चिकित्साधीक्षक डॉ. एचएस आर्य ने कहा कि काउंसलिंग का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। इस मामले में सरकार को ही अन्तिम फैसला लेना है। सरकार का आदेश मिलते ही काउंसिलिंग की जायेगी। उन्होंने कहा कि जूनियर डॉक्टर को मरीजों के हित में काम पर लौट आना चाहिये।

0 रेजिडेण्ट डॉक्टर्स असोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. निखिल मिश्रा ने कहा कि उनका आधे से अधिक साल बर्बाद हो गया है और कोरोना की तीसरी लहर आने के भी आसार हैं। ऐसे में जल्द काउंसिलिंग न हुयी तो पूरा साल बेकार चला जायेगा। उन्होंने कहा कि मरी़जों को हो रही असुविधा को देखते हुये उन्होंने पर्चा काउण्टर बन्द न कराने का फैसला किया है।

फाइल : मुकेश त्रिपाठी

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