बराती बनकर आए, जेवर और ऩकदी वाला बैग ले गए
0 विवाह घर में लड़की की माँ हाथ में लिए थी जेवर वाला बैग 0 रिश्तेदार को सामान देते समय कुर्सी पर रख
0 विवाह घर में लड़की की माँ हाथ में लिए थी जेवर वाला बैग
0 रिश्तेदार को सामान देते समय कुर्सी पर रख दिया था हैण्ड बैग
0 कार से आए थे बदमाश, दो अन्दर गए और दो बाहर ही खड़े रहे
झाँसी : बीती आधी रात उस समय एक विवाह घर में खुशी का माहौल रंज में तब्दील हो गया, जब बदमाश लड़की की माँ का हैण्ड बैग ले गए। उसके अन्दर लड़की के जेवर के साथ ही ऩकदी रखी थी। घटना को उस समय अंजाम दिया, जब लड़की की माँ ने रिश्तेदार को कुछ सामान देने के लिए बैग को कुर्सी पर रखा। इसी बीच ताक लगाए बैठे 2 बदमाश बैग ले गए। 2 बदमाश पहले से विवाह घर के बाहर कार लेकर खड़े थे। घटना वहाँ लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गयी।
थाना प्रेमनगर के बिजौली चौकी क्षेत्र के एक मैरिज गार्डन में ग्राम कोड़रा निवासी अधिवक्ता राम राजीव सिंह की पुत्री का विवाह था। उनकी पत्नी सुषमा हैण्ड बैग लिए हुए थीं। राजीव सिंह ने पुलिस का बताया कि बैग में पुत्री के जेवर (लगभग ढाई लाख रुपये ़कीमत के) और ऩकदी 1 लाख 20 ह़जार के साथ ही उपहार में दिए गए रुपए के लिफाफे रखे थे। बरात आने के बाद स्टेज पर कार्यक्रम चल रहा था। इसी बीच एक रिश्तेदार को कुछ सामान उठाकर देने के लिए पत्नी ने हैण्ड बैग को बगल वाली कुर्सी पर रख दिया। एक मिनट के अन्तराल में ही पलट कर देखा तो कुर्सी से बैग गायब था। बैग गायब होने पर उनकी चीख निकल गयी। आनन-फानन में तलाश की लेकिन कुछ पता नहीं चला। विवाह घर में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे गए, जिसमें पत्नी सुषमा के बैग रखते ही पीछे खड़े 2 युवक उसको उठाकर ले जाते ऩजर आ रहे हैं। इसके बाद वह बाहर एक कार में बैठते हैं। इसमें 2 युवक पहले से गाड़ी स्टार्ट कर खड़े थे। चारों कार में सवार होकर राजगढ़ की तरफ चले गए। घटना की मौखिक सूचना रात को देने के बाद आज राम राजीव सिंह ने बिजौली पुलिस चौकी को लिखित तहरीर दी।
विवाह समारोह में अनजान व्यक्तियों पर रखें ऩजर
विवाह समारोह में उस समय हौच-पौच की स्थिति बन जाती है, जब बरात आती है। ऐसे में यह पता करना मुश्किल हो जाता है कौन बराती है और कौन घराती है। इस दौरान होता यह है कि बराती बाहरी व्यक्ति को घराती समझ बैठते हैं और घराती उसको बराती। ऐसे में सूट-बूट पहनकर आए बदमाश सिर्फ उस व्यक्ति पर ऩजर रखे रहते हैं, जो बरात का जिम्मेदार व्यक्ति होता है। उसके पास बरात में होने वाले रुपए के साथ ही वधु के जेवर होते हैं। यह इस ताक में रहते हैं कि वह व्यक्ति जेवर व ऩकदी वाला बैग रखे और उस पर हाथ साफ करें। इस प्रकार की घटनाएं कई विवाह घरों में घटित हो चुकी हैं। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि बरात में अनजान व्यक्ति पर नजर रखने के साथ ही जेवर व ऩकदी वाले बैग को कतई ही कहीं न रखे और छोड़े।
27 इरशाद-1
समय : 6.45 बजे