प्रदेश के विद्यालयों में बिखरेंगे रानी झाँसी की शौर्यगाथा के रंग

लोगो : दीपांजलि ::: 0 शासन ने महारानी लक्ष्मीबाई की जन्म जयन्ती पर प्रदेश स्तर पर कार्यक्रम आयोज

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 07:35 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 09:31 PM (IST)
प्रदेश के विद्यालयों में बिखरेंगे रानी झाँसी की शौर्यगाथा के रंग
प्रदेश के विद्यालयों में बिखरेंगे रानी झाँसी की शौर्यगाथा के रंग

लोगो : दीपांजलि

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0 शासन ने महारानी लक्ष्मीबाई की जन्म जयन्ती पर प्रदेश स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करने का लिया निर्णय

0 'आ़जादी का अमृत महोत्सव' के तहत झाँसी समेत 8 जनपद में होंगे कार्यक्रम

झाँसी : पूरी दुनिया में आ़जादी की प्रथम दीपशिखा महारानी लक्ष्मीबाई को साहस, आ़जादी के लिए आत्मोत्सर्ग तथा महिलाओं के उच्च बलिदान को लेकर याद किया जाता है। अब महारानी लक्ष्मीबाई की जन्म जयन्ती पर पूरा देश उनके युद्ध कौशल को देखेगा और महसूस करेगा। 19 नवम्बर को प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी झाँसी दुर्ग के प्राचीर से महारानी लक्ष्मीबाई के बलिदान को याद करेंगे, तो राज्य सरकार ने महारानी लक्ष्मीबाई की जयन्ती पर 19 से 21 नवम्बर तक शौैर्यगाथा को पूरे प्रदेश में प्रदर्शित करने का निर्णय लिया है। 'दीपांजलि-2021' पर 19 नवम्बर को झाँसी के सभी विद्यालयों में बालिकाएं 'मैं भी रानी हूँ' का उद्घोष करेंगी।

'आ़जादी का अमृत महोत्सव' के तहत पूरे देश में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। अब प्रदेश सरकार ने आ़जादी के सेनानियों की याद में कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है। इसके तहत महारानी लक्ष्मीबाई की जयन्ती 19 नवम्बर से 21 नवम्बर तक शौर्य गाथा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। विद्यालयों में महारानी लक्ष्मीबाई की वेशभूषा में बालिकाएं 'मैं भी रानी लक्ष्मीबाई' का उद्घोष करेंगी। प्रदेश सरकार के संस्कृति मन्त्रालय, पर्यटन मन्त्रालय ने बेसिक स्कूल विभाग के साथ मिलकर आ़जादी का अमृत महोत्सव के साथ 8 जनपदों में कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है। बेसिक स्कूल की महानिदेशक अनामिका सिंह ने ़िजला बेसिक अधिकारी को पत्र लिखकर झाँसी में सभी बेसिक विद्यालयों में राष्ट्रवाद पर आधारित निबन्ध, काव्यलेखन, चित्रकला, पोस्टर व प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित करने को कहा है। साथ ही रानी लक्ष्मीबाई के युद्ध कौशल पर गोष्ठी आयोजित की जाएगी। इसके अलावा महारानी लक्ष्मीबाई की जयन्ती 'दीपांजलि' पर देश के विभिन्न प्रान्तों की प्रमुख युद्ध कलाओं का प्रदर्शन किया जाएगा। इसमें उत्तर प्रदेश की युद्ध कला पाई डण्डा, पंजाब की गतका, केरल की कलरिया पयट्टू, झारखण्ड की पाइका, मणिपुर की युंग चोलोम का प्रदर्शन भारत सरकार के ़जोनल कल्चरल सेक्टर के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। इसके अलावा प्रदेश की विभिन्न जनपदों की बालिकाओं द्वारा जूडो कराटे, मार्शल आर्ट, बॉक्सिंग, ताई-ची, कुंग-फू आदि कलाओं का भी प्रदर्शन किया जाएगा। 19 नवम्बर की शाम को झाँसी स्थित महारानी लक्ष्मीबाई पार्क में दीपांजलि आयोजित की जाएगी। साथ ही स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों का सम्मान किया जाएगा। इसके अलावा बुन्देली लोकनृत्य आल्हा गायन, राई नृत्य, पाई डण्डा आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा।

फाइल-रघुवीर शर्मा

समय-7.10

23 अक्टूबर 21

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