आओ हँस लें : 24 अक्टूबर 2021 के अंक के लिए
पत्नी- मेरा करवाचौथ का व्रत है, आज बाहर से खाना बाहर से मँगा लो। पति- बाहर का खाना मुझे हजम नहीं
पत्नी- मेरा करवाचौथ का व्रत है, आज बाहर से खाना बाहर से मँगा लो।
पति- बाहर का खाना मुझे हजम नहीं होता इसलिए तुम्हीं बना दो न!
पत्नी (झल्लाते हुए)- यह कहाँ का ़कानून है कि तुम्हें खाना मैं ही बनाकर दूँ
पति (मुस्कुराते हुए)- यह तो पूरी दुनिया का कानून है, ़कैदी को खाना उसकी सरकार ही देती है।
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सोनू- घर वाले मुझे सुबह-सुबह ऐसे उठाते हैं जैसे..
मोनू- जैसे क्या?
सोनू- जैसे तीसरा विश्वयुद्ध शुरू हो गया हो और मैं ही आखिरी सैनिक बचा हूँ।
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सोहन- दो बात आज तक समझ में नहीं आयीं।
मोहन- कौन-सी?
सोहन- पहली, जिजसने पहली बार घड़ी बनाया होगा, उसने समय कैसे मिलाया होगा?
मोहन- और दूसरी?
सोहन- दूसरी, जिसने पहली बार दही जमाया होगा वह जामन कहाँ से लाया होगा?
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अर्ज किया है-
जिस दिन घरवालों से नारा़ज होकर खाना-पीना छोड़ देता हूँ, उसी दिन घरवाले मटर-पनीर बना लेते हैं।