लेफ्ट हैण्ड ने खोला राज
फोटो : 25 एसएचवाई 1 झाँसी : घटना स्थल पर बायाँ हाथ उठाकर भागने की जगह बताता आरोपी। यहीं से हुआ था
फोटो : 25 एसएचवाई 1
झाँसी : घटना स्थल पर बायाँ हाथ उठाकर भागने की जगह बताता आरोपी। यहीं से हुआ था पुलिस कप्तान को शक।
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0 मासूम के गले पर लेफ्ट हैण्डर ने किया था वार
0 ऐसे स्थान से भागना बताया, जहाँ से सम्भव नहीं था
झाँसी : मासूम के साथ रेप के बाद हत्या की सूचना मिलते ही पुलिस कप्तान शिवहरी मीणा स्वयं वहाँ पर पहुँचे। घटना स्थल का निरीक्षण उन्होंने फॉरेसिंक व डॉग स्क्वॉड के साथ किया। पुलिस कप्तान ने मासूम के गले का निशान देखकर पहली ही ऩजर में समझ लिया था कि किसी ऐसे व्यक्ति ने हत्या की है, जो लेफ्ट हैण्डर है। इसके बाद मृतका के पिता ने पुलिस कप्तान को हाथ उठाकर बताया कि आरोपियों को देखने के बाद वह इस रास्ते से भागा था। उस रास्ते से भागना सम्भव नहीं होने के साथ ही पुलिस कप्तान की ऩजर मृतका के पिता पर जाकर टिक गयी। जब उससे कपड़े उठवाए तो वह भी उसने उल्टे हाथ से उठाए। उसकी शर्ट पर भी खून के निशान मिले। सारी गतिविधियों को परखने के बाद मृतका के पिता से ही पुलिस ने कड़ाई से पूछा तो पूरा मामला खुलकर सामने आ गया।
ट्रैक्टर पर बैठकर घटना स्थल पर पहुँचे पुलिस कप्तान
मऊरानीपुर के ग्राम धौर्रा से कुडार नदी लगभग 3 किलोमीटर दूर है। गाँव के बाद का रास्ता कच्चा होने के साथ ही वहाँ पर गहरे गड्ढे और पानी भरा है। वहाँ पहुँचने के लिए एक मात्र साधन ट्रैक्टर था। इस पर पुलिस कप्तान और फोर्स ट्रैक्टर और ट्रॉली में सवार होकर घटना स्थल पर पहुँचे।
24 घण्टे में खुल गया कत्ल का राज
मासूम की हत्या का जिनको आरोपी बताया जा रहा था, वह सभी अपने घर पर थे। किसी ने भी घटना को देखा नहीं था। पुलिस ने जैसे ही लेफ्ट हैण्ड वाली लाइन पर काम किया तो पूरा मामला उजागर हो गया। इस कत्ल का 24 घण्टे के अन्दर ही पर्दाफाश हो गया।
यह तथ्य रहे महत्वपूर्ण
- शव के निरीक्षण में पाया कि मृतका के गले पर बायीं तरफ से हमला हुआ। हमलावर बाएं हाथ का इस्तेमाल करता था। मृतका का पिता भी बाएं हाथ का इस्तेमाल करता है।
- मृतका के पिता ने पुत्री के साथ नदी में कपड़े धोकर लौटना बताया पर कपड़े धोने के साक्ष्य नहीं मिले।
- मृतका के पिता ने बताया कि बचाव में भागा, लेकिन उसके पैर में दोनों चप्पल थी। सामान्यत हड़बड़ाहट में चप्पलें छूट जाती हैं।
- मृतका के पिता ने जिस पहाड़ी से चढ़कर भागना बताया, उस पर सामान्यत: चढ़ना सम्भव नहीं था।
- प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बच्ची की हत्या होने पर पिता बदहवास नहीं था, जिन पर हत्या का आरोप लगाया वह सभी घर में मिले।
टीम में यह रहे शामिल
पुलिस कप्तान के साथ जाँच में पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) नैपाल सिंह, सीओ (मऊरानीपुर) विवेक सिंह, सीओ (गरौठा) आभा सिंह, मऊरानीपुर प्रभारी निरीक्षक शैलेन्द्र सिंह, अतिरिक्त निरीक्षक सुनील कुमार, सिपाही अमरदीप सिंह, ललित कुमार, सूर्यबली शर्मा आदि शामिल रहे।
25 इरशाद-2
समय : 7.55 बजे