नोटबन्दी में गोलमाल करने वाले डाक विभाग कर्मी को सीबीआइ ने उठाया

0 नोटबन्दी के दौरान अतिरिक्त पैसा लेकर बदले गए थे पुराने एक ह़जार और 500 रुपए के नोट 0 अज्ञात स्था

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 01:00 AM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 01:00 AM (IST)
नोटबन्दी में गोलमाल करने वाले डाक विभाग कर्मी को सीबीआइ ने उठाया
नोटबन्दी में गोलमाल करने वाले डाक विभाग कर्मी को सीबीआइ ने उठाया

0 नोटबन्दी के दौरान अतिरिक्त पैसा लेकर बदले गए थे पुराने एक ह़जार और 500 रुपए के नोट

0 अज्ञात स्थान पर ले गई सीबीआइ की टीम

0 आरडी के फ्रॉड से भी जोड़ा जा रहा मामला

0 किसी को कानों-कान नहीं हो सकी कार्यवाही की जानकारी

झाँसी : कालेधन पर प्रहार करने के लिए प्रधानमन्त्री द्वारा की गई नोटबन्दी में गोलमाल करने में शामिल डाक विभाग के एक कर्मचारी पर सीबीआइ ने शिकंजा कस लिया है। आरोप है कि प्रधान डाकघर में सेवा देने वाले इस कर्मचारी ने अतिरिक्त पैसा लेकर प्रतिबन्धित किए गए एक ह़जार व 500 के नोट बदल दिए थे। शुक्रवार को सीबीआइ की टीम ने सेवानिवृत्त कर्मचारी को उठा लिया और अज्ञात स्थान पर ले गई। चूँकि डाक विभाग में आरडी (रिकरिग डिपॉजिट) में फ्रॉड का भी मामला शासन स्तर पर पहुँचा है, इसलिए सीबीआइ के छापे को इस मामले से भी जोड़ा जा रहा है। हालाँकि कोई अधिकारी इसकी पुष्टि करने को तैयार नहीं है।

लोकसभा चुनाव से पहले देश-विदेश में जमा कालाधन को वापस सरकार के खजाने में लाने का वादा करने वाले प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने सरकार में आने के बाद नोटबन्दी जैसा बड़ा फैसला लिया तो माना गया कि अब जमाखोरों की शामत आ जाएगी। प्रधानमन्त्री ने एक झटके में 1 ह़जार व 500 रुपए के नोट बन्द करने का एलान कर दिया। उन्होंने नोट बदलने के लिए बैंक व डाकघर में व्यवस्था की और कुछ मोहलत भी दी। इस दौरान बड़े पैमाने पर गोलमाल की शिकायतें सामने आई थीं, जिस पर कार्यवाही चल रही है। ऐसे ही एक मामले में अब झाँसी के प्रधान डाकघर का मामला भी सुर्खियों में आया है। सूत्रों का कहना है कि शुक्रवार को सीबीआइ की टीम एक इन्स्पेक्टर के नेतृत्व में थाना नवाबाद में आयी। इसके बाद डाकघर के एक सेवानिवृत्त कर्मचारी को शिवाजी नगर से हिरासत में लिया। इस दौरान कर्मचारी का पुत्र भी साथ था। बताते हैं कि टीम ने आरोपी कर्मचारी से थाना नवाबाद में पूछताछ की। सूत्रों की मानें तो नोटबन्दी के दौरान कुछ लोगों ने प्रधान डाकघर के कर्मचारियों के साथ तिकड़म भिड़ाकर काले धन के रूप में जोडे़ गए एक ह़जार व 500 के पुराने नोट को नई करन्सी और पुराने 100-100 के नोट में बदल लिए थे। बड़ी धनराशि बदले जाने से कर्मचारियों को इसमें अच्छा-खासा लाभ हुआ था, जिसकी जोरों पर चर्चा रही थी। मामला सुर्खियों में आने पर ़िजला प्रशासन ने जाँच की थी, जिसमें कुछ ऐसे साक्ष्य हाथ लगे थे, जिससे चर्चा पर मोहर लग गयी थी। मामला गम्भीर होने पर जाँच सीबीआइ को सौंप दी गयी थी। इस मामले की जाँच अभी चल रही है। माना जा रहा है कि इसी मामले की छानबीन करने के लिए ही सीबीआइ ने सेवानिवृत्त कर्मचारी को उठाया है। इस सम्बन्ध में नवाबाद थानाध्यक्ष विजय कुमार पाण्डेय ने इस प्रकार की घटना से इन्कार किया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शिवहरि मीणा ने बताया कि सीबीआइ गोपनीय तरीके से कार्य करती है। सीबीआइ की टीम झाँसी आयी इसकी जानकारी नहीं है। उधर, डाकघर के प्रवर अधीक्षक जितेन्द्र सिंह ने बताया कि विभाग के नोटबन्दी और आरडी फ्रॉड में कुछ कर्मचारी निलम्बित चल रहे हैं। हो सकता है कि इसमें से किसी से सीबीआई ने पूछताछ की हो। वर्तमान में कार्यरत किसी भी कर्मचारी से सीबीआइ पूछताछ करती तो जरूर जानकारी होती।

17 इरशाद-2

समय : 9.35 बजे

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