सतर्कता बरतें, साइबर क्राइम से बचें
फोटो डीआइजी की ::: 0 जागरूकता की कमी से साइबर क्राइम के लोग हो रहे शिकार 0 बचाव की जानकारी के
फोटो डीआइजी की
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0 जागरूकता की कमी से साइबर क्राइम के लोग हो रहे शिकार
0 बचाव की जानकारी के लिए हर थाने पर लगेंगे फ्लैक्स बोर्ड
झाँसी : जागरूकता की कमी के कारण कई लोग साइबर क्राइम से ग्रसित हो रहे हैं। पीड़ित शिकायत दर्ज कराने के लिए परेशान होते हैं। इस समस्या को देखते हुये पुलिस उप महानिरीक्षक जोगेन्द्र कुमार ने तीनों जनपद के पुलिस कप्तान को प्रत्येक थाने में आवश्यक कार्यवाही कराने के दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
हर थाने के ऐसे स्थान पर फ्लैक्स बोर्ड लगवाए जाने को कहा है, जो दूर से सा़फ ऩजर आए। इसमें साइबर क्राइम की रोकथाम के साथ ही साइबर अपराध घटित होने के पश्चात उसे क्या कार्यवाही करनी चाहिए, उसको अंकित करें। फ्लैक्स बोर्ड में साइबर अपराध दर्ज कराने हेतु साइबर हेल्प लाइन नम्बर 155260, 112, वेबसाइट .. प्रयोग के सम्बन्ध में विवरण अंकित किया जाए। साइबर अपराधों से बचाव के लिए बैंक की गोपनीय जानकारी जैसे ओटीपी, सीवीवी नम्बर, बैंक कार्ड नम्बर, इण्टरनेट बैंकिग का आइडी व पासवर्ड साझा न करने को कहा गया। इसके साथ ही किसी अज्ञात व्यक्ति के कहने पर एनीडेस्क एवं क्यूएस ऐप को डाउनलोड न करने हेतु सचेत करें।
इन बातों का रखे ध्यान
- खाते में केवाईसी अपडेट कराने के लिए बैंकों द्वारा कभी भी किसी से व्यक्तिगत जानकारी, ओटीपी, सीवीवी, पिन नम्बर नही माँगती।
- किसी के कहने पर कोई भी ऐप डाउनलोड न करें।
- किसी भी वेबसाइड पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से पहले अच्छी तरह जाँच कर लें।
- ऑनलाइन सेवाएं प्रदान करने वाली कम्पनि व सरकारी विभाग के कस्टमर केयर का नम्बर आधिकारिक वेबसाइट से ही प्राप्त करें ।
- अज्ञात व्यक्ति व मोबाइल नम्बर द्वारा भेजी गयी लिंक को क्लिक न करें।
- सरकारी उपक्रम, वेबसाइट व फण्ड की आधिकारिक वेबसाइट से ही वित्तीय लेन-देन करें ।
- किसी से पैसा प्राप्त करते समय अपनी यूपीआइ-आइडी, पासवर्ड न डालें, पैसा प्राप्त करते समय इसकी कोई आवश्यकता नहीं होती है ।
- वॉलेट अपडेट और केवाइसी नजदीकी अधिकृत सेण्टर पर जा कर ही कराएं ।
- अपने सोशल एकाउण्ट व बैंक खातों का पासवर्ड स्ट्रौंग बनाए, जिसमें नम्बर, अक्षर व चिह्न तीनों हों। साथ ही टू-स्टेप-वेरीफिकेशन लगाए रखें।
17 इरशाद-3
समय : 9.55 बजे