अभी आधे सर्राफा व्यापारियों ने ही कराया हॉलमार्क पंजीकरण

0 हॉलमार्क पंजीकरण की तिथि अब 15 अगस्त 0 हॉलमार्क व्यवस्था में छोटे सर्राफा व्यापारी नहीं ले रहे द

By JagranEdited By: Publish:Fri, 06 Aug 2021 01:00 AM (IST) Updated:Fri, 06 Aug 2021 01:00 AM (IST)
अभी आधे सर्राफा व्यापारियों ने ही कराया हॉलमार्क पंजीकरण
अभी आधे सर्राफा व्यापारियों ने ही कराया हॉलमार्क पंजीकरण

0 हॉलमार्क पंजीकरण की तिथि अब 15 अगस्त

0 हॉलमार्क व्यवस्था में छोटे सर्राफा व्यापारी नहीं ले रहे दिलचस्पी

0 हॉलमार्क की वर्तमान व्यवस्था का हो रहा है विरोध

झाँसी : सर्राफा बा़जार में शुद्ध जेवर मिलने में अभी कठिनाई आ सकती है। सर्राफा बा़जार के छोटे व्यापारी अभी पंजीकरण कराने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। व्यापारी एचयूआइडी व्यवस्था में बदलाव की माँग का असर देख रहे हैं। इसीलिए अभी तक आधे व्यापारियों ने ही हॉलमार्क का पंजीकरण कराया है।

सर्राफा व्यापारियों के अनुसार उन्हें जीएसटी के बाद एक और जटिल प्रक्रिया से गुजरना पड़ रहा है। सोने के जूअलरि में हॉलमार्क अनिवार्य कर दिया गया है। इससे उपभोक्ताओं को सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि सोने के जेवर के शुद्धता का भरोसा हॉलमार्क लगा होगा। परन्तु, जनपद में अभी छोटे व्यापारियों ने हॉलमार्क के लिए भारतीय मानक प्राधिकरण (बीआइएस) में पंजीकरण नहीं कराया है। सर्राफा के बड़े व्यापारियों को नयी व्यवस्था में एचयूआइडी (हॉलमार्क यूनिक आइडेण्टिफिकेशन नम्बर) कराने में दिक्कत हो रही है। दरअसल, सरकार ने निर्माता कम्पनि से रिटेल व्यापारी तक एक ही एचयूआइडी नम्बर जारी करने को कहा है। बड़े व्यापारी नई दिल्ली से जूअलरि खरीद कर लाते हैं। इसीलिए इन्हें स्थानीय स्तर पर हॉलमार्क कराने की जरूरत नहीं होती है, जबकि छोटे व्यापारियों को यहीं पर हॉलमार्क कराना पड़ रहा है। कई सर्राफा संगठन हॉलमार्क की व्यवस्था में परिवर्तन की माँग कर रहे हैं। वह निर्माता कम्पनि के स्थान पर थोक व फुटकर व्यापारी को हॉलमार्क कराने की बात कर रहे हैं। ऐसा इसलिए ताकि ग्राहक की पसन्द के अनुसार जेवर बनाया जा सके। निर्माता कम्पनि से आने वाले जेवर में कोई परिवर्तन नहीं किया जा सकता, जबकि छोटे व्यापारी के पास ग्राहक मनपसन्द का जेवर बनवाना चाहते हैं। झाँसी व आसपास के सर्राफा बा़जार में नई दिल्ली से जेवर बनकर आते हैं। हॉलमार्क में पंजीकरण के बाद जेवर में बदलाव कराने पर हॉलमार्क नम्बर मैच नहीं करेगा और इससे लेन-देन में गड़बड़ी आ जाएगी। ग्राहक जेवर में अक्सर बदलाव करने को कहते हैं। जेवर में बदलाव करते ही हॉलमार्क बदल जाएगा। इसीलिए छोटे व्यापारी जेवर में बदलाव के बाद हॉलमार्क जारी करने की बात कह रहे हैं। यही कारण है कि झाँसी जनपद में जीएसटी में 100 से अधिक सर्राफा व्यापारी पंजीकृत हैं, लेकिन अभी तक लगभग 45 व्यापारियों ने ही पंजीकरण कराया है।

पोर्टल पर जेवर का मिलेगा पूरा विवरण

भारतीय मानक प्राधिकरण (बीआइएस) के पोर्टल पर किसी भी जेवर का हॉलमार्क नम्बर अपलोड करते ही उसे जेवर के बारे में पूरा विवरण मिल जाएगा। पोर्टल पर सोने की जेवर की शुद्धता की जानकारी मिलने के साथ निर्माता कम्पनि, जाँच करने वाले लैब की जानकारी भी मिल सकेगी। ग्राहक को पता चल जाएगा कि जेवर में कितना खरा सोना लगा है।

हॉलमार्क का ब्यौरा देने की तिथि बढ़ी

भारतीय मानक प्राधिकरण ने पुरानी व्यवस्था का ब्यौरा देने के लिए 31 जुलाई की तिथि को 15 अगस्त तक बढ़ा दिया है। इसके तहत अब 1 जुलाई के पहले हॉलमार्क का पंजीकरण देने वाले व्यापारी 15 अगस्त तक स्टॉक का विवरण दे सकते हैं।

फाइल-रघुवीर शर्मा

समय-8.20

5 अगस्त 21

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