श्रीराम की जन्मस्थली में झाँसी के छात्र उकेरेंगे कर्मस्थली की गाथा
- बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के ललितकला संस्थान के छात्र-छात्राएं दिखाएंगे अयोध्या में प्रतिभा झाँस
- बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के ललितकला संस्थान के छात्र-छात्राएं दिखाएंगे अयोध्या में प्रतिभा
झाँसी : बुन्देलखण्ड और खासकर रामराजा की नगरी कहे जाने वाले ओरछा का महत्व पूरे देश में है। चूँकि अब श्रीराम की जन्मस्थली में उनका मन्दिर बनने जा रहा है तो ऐसे में राज्य सरकार यहाँ आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु को उनके जीवन संघर्ष से परिचित कराना चाहती है। इसी उद्देश्य से प्रदेश के प्रतिष्ठित कला संस्थान के छात्र-छात्राओं को अपनी प्रतिभा दिखाने के आयोध्या में आमन्त्रित करने जा रही है।
दरअसल, प्रदेश सरकार ने 8 कला संस्थानों से अयोध्या में श्रीराम के जीवन पर आधारित कलाकृति उकेरने के लिए प्रोजेक्ट प्रस्तुत करने को कहा है। इनमें से एक बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय का ललितकला विभाग भी है। यहाँ की प्रवक्ता डॉ. श्वेता पाण्डेय ने बुन्देली कला को अपने प्रोजेक्ट में शामिल करते हुए संस्थान के 10 छात्र-छात्राओं की सूची प्रदेश सरकार को भेजी है जो अयोध्या नगरी की दीवारों पर श्रीराम के वनवास के दौरान बुन्देलखण्ड बिताए गए समय का चित्रण करेंगे। हालाँकि अभी सरकार की ओर से इस प्रस्ताव पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।