मप्र में 24 घण्टे में 5 पुल टूटे

- सिन्ध नदी पर बने थे पाँचों पुल, दतिया में 3, भिण्ड और शिवपुरी में एक-एक पुल तिनके की तरह बह गए -

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 09:37 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 09:37 PM (IST)
मप्र में 24 घण्टे में 5 पुल टूटे
मप्र में 24 घण्टे में 5 पुल टूटे

- सिन्ध नदी पर बने थे पाँचों पुल, दतिया में 3, भिण्ड और शिवपुरी में एक-एक पुल तिनके की तरह बह गए

- 2 पुल और खतरे में, ट्रैफिक ठप होने से लगा जैम

:::

डबरा (डबरा) : सिन्ध नदी ने ग्वालियर-चम्बल अंचल में तबाही मचा दी है। पहली बार सिन्ध नदी का ऐसा रौद्र रूप लोगों ने देखा है। बुधवार सुबह दतिया जिले में सिन्ध नदी पर बने सेंवढ़ा और भिण्ड का इन्दुर्खी पुल बह गए। इसके बाद दोपहर में शिवपुरी जिले में नरवर-ग्वालियर को जोड़ने वाला मगरौनी पुल का काफी हिस्सा नदी में बह गया। इससे पहले मंगलवार को सिन्ध नदी के बहाव में रतनगढ़ वाली माता और लाँच-पिछोर का पुल भी बह गया था। अब दतिया जिले के गोराघाट, भिण्ड के मेहँदा घाट का पुल भी खतरे में हैं। दोनों पुलों पर पानी आ गया है।

ककेटो और मड़ीखेड़ा बाँध से पानी छोड़े जाने के बाद मंगलवार की दोपहर से लगातार सिन्ध नदी में पानी बढ़ रहा है। सिन्ध नदी के उफान पर आने से अब तक दतिया जिले के 3 और भिण्ड-शिवपुरी जिले में एक-एक पुल टूट चुके हैं। सिन्ध नदी पर ही मड़ीखेड़ा डैम के नीचे के पुल पर दरार आ गई है।

सिन्ध नदी की बाढ़ में ढह गए ये पुल

लाँच-पिछोर पुल : दतिया के लाँच कस्बे में सिन्ध नदी पर बना यह पुल मंगलवार को अपराह्न 2 बजे बह गया।

रतनगढ़ वाली माता पुल : दतिया के प्रसिद्ध रतनगढ़ वाली माता मन्दिर जाने वाला पुल मंगलवार को अपराह्न 2.30 बजे सिन्ध नदी में बह गया। यह वही पुल था, जिस पर 2013 में भगदड़ मचने से 115 श्रद्धालुओं की जान चली गई थी।

सेंवढ़ा पुल : दतिया जिले में सिन्ध नदी पर बना यह पुल भिण्ड के लहार, मौ को ग्वालियर से जोड़ता था। बुधवार को पूर्वाह्न लगभग 11 बजे बह गया।

इन्दुर्खी पुल : भिण्ड जिले में सिन्ध नदी पर बना यह पुल रौन-अमायन को जोड़ता था। बुधवार को पूर्वाह्न 11.30 बजे तिनके की तरह बह गया।

मगरौनी पुल : शिवपुरी ़िजले में सिन्ध नदी पर स्थित यह पुल नरवर कस्बे और ग्वालियर को जोड़ता था। यह बुधवार को अपराह्न 1 बजे के बह गया।

मप्र में बाढ़ से 7 की मौत, 25 लापता

0 शिवराज ने किया बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा

0 48 घण्टे भारी बारिश की चेतावनी

0 ग्वालियर समेत 7 जिलों के 1,225 गाँवों से 5,800 लोगों को रेस्क्यू किया

भोपाल : ग्वालियर-चम्बल इलाके (उत्तरी मध्य प्रदेश) में बाढ़ की स्थिति गम्भीर है। लगातार हो रही मूसलधार बारिश से नदियाँ सारी हदें तोड़ चुकी हैं। प्रभावित इलाकों का जायजा लेने के लिए मुख्यमन्त्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार को ग्वालियर पहुँचे। एयरपोर्ट पर ही उन्होंने एयरफोर्स के अफसरों और प्रशासनिक अधिकारियों से राहत-बचाव कार्यो और हालातों के बारे में जानकारी ली। इसके बाद वे बाढ़ प्रभावित शिवपुरी, श्योपुर और दतिया बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करके ग्वालियर लौट आए। दोबारा फिर से चम्बल नदी के किनारे भिण्ड और मुरैना ़िजले के गाँवों का दौर करने निकल गए। मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चम्बल अंचल में बाढ़ से अभी तक 7 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, 25 लोग लापता हैं, जिनकी तलाश रेस्क्यू टीम कर रही हैं। श्योपुर, शिवपुरी, भिण्ड, मुरैना, दतिया, गुना और ग्वालियर में नदियों के किनारे बसे 1225 गाँवों से 5,800 लोगों को रेस्क्यू किया। दतिया में बड़ी आबादी वाले कस्बे सेंवढ़ा को बाढ़ के खतरे के कारण खाली करा लिया गया है। शिवपुरी के 100 से अधिक कँव खाली करवाए गए हैं।

मोदी व शाह ने शिवराज से की बात

प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृहमन्त्री अमित शाह ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से बात की है और हालात के बारे में जानकारी ली है। प्रधानमन्त्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में बाढ़ से हालात खराब हैं। केन्द्र सरकार हालातों पर नजर बनाए रखे है। राज्य सरकार की माँग के अनुसार राहत कार्य में हर सम्भव मदद की जा रही है।

chat bot
आपका साथी