सीबीएसई 10वीं के परीक्षा परिणाम में बजा जय अकैडमि का डंका

- 99.20 प्रतिशत अंक लाकर सृष्टि राजपूत रहीं स्कूल की टॉपर - स्कूल के 84 छात्र-छात्राओं ने 90 प्रति

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 08:45 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 08:45 PM (IST)
सीबीएसई 10वीं के परीक्षा परिणाम में बजा जय अकैडमि का डंका
सीबीएसई 10वीं के परीक्षा परिणाम में बजा जय अकैडमि का डंका

- 99.20 प्रतिशत अंक लाकर सृष्टि राजपूत रहीं स्कूल की टॉपर

- स्कूल के 84 छात्र-छात्राओं ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किये

- एक अन्य स्कूल की सारिका मिश्रा ने सर्वाधिक 99.60 प्रतिशत अंक प्राप्त किये

झाँसी : सीबीएसई (सेण्ट्रल बोर्ड ऑफ सेकेण्डरी एजुकेशन) के 10वीं के छात्र-छात्राओं का इन्त़जार भी आज खत्म हो गया। बोर्ड ने दोपहर में 10वीं का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया। बगैर परीक्षा घोषित परिणाम लगभग शत-प्रतिशत रहा। इसी प्रकार 12वीं का परिणाम भी लगभग शत-प्रतिशत ही रहा था। परीक्षा परिणाम घोषित होने की ख़्ाबर जैसे ही छात्र-छात्राओं को लगी तो वे उत्साहित होकर अपना परिणाम देखने को बेताब रहे। अच्छा परिणाम देखते ही छात्र-छात्राएं खुशी से चहक उठे और अपने दोस्तों से बात कर उनका परिणाम जाना और अपनी खुशी साझा की। इस बार भी जय अकैडमि के छात्र-छात्राओं ने परीक्षा में अपना डंका बजाया। स्कूल से इस बार टॉपर सृष्टि राजपूत रहीं, जिन्हें 99.20 प्रतिशत अंक मिले। उनके अलावा भी स्कूल के अधिकांश छात्र-छात्राएं बेहतरीन अंकों से पास हुए।

कोरोना के कारण इस बार भी बोर्ड परीक्षाएं आयोजित नहीं हुई। जहाँ 12वीं का प्री-बोर्ड, 11वीं व 10वीं कक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर परिणाम घोषित किया गया तो 10वीं का परिणाम स्कूल में हुए यूनिट टेस्ट, अ‌र्द्ध वार्षिक परीक्षा व प्री-बोर्ड परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर आया। जिन छात्र-छात्राओं ने इन परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन किया, वे अपने परिणाम से सन्तुष्ट दिखायी दिये। परीक्षा परिणाम की बात करें तो जय अकैडमि की सृष्टि राजपूत 99.20 प्रतिशत अंकों के साथ स्कूल की टॉपर रहीं। सृष्टि को गणित व विज्ञान में 100 में से 100 अंक मिले तो अंग्रे़जी में 99, सोशल साइंस में 99 व हिन्दी में उन्हें 98 अंक दिये गये। यदि इसमें कम्प्यूटर को जोड़ा जाए तो उसमें भी सृष्टि को पूरे 100 अंक प्राप्त हुए। सृष्टि के बाद प्रियांशी यादव व अंशिका भारती को 98.40 प्रतिशत, हर्ष वर्मा को 98.20 प्रतिशत, वंशिका अग्रवाल को 98 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए। स्कूल के 84 छात्र-छात्राओं ने 90 या इससे अधिक प्रतिशत अंक प्राप्त किये। इसके साथ ही स्कूल के 225 छात्र-छात्राएं प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। इसके अलावा एक अन्य स्कूल की शारिका मिश्रा ने अभी तक सर्वाधिक 99.60 प्रतिशत अंक प्राप्त किये। इसी स्कूल से उनके बाद 98.80 प्रतिशत अंकों के साथ विदुर दुआ दूसरे व 98 प्रतिशत अंक पाकर साम्या कटारा तीसरे स्थान पर रहीं। सेण्ट स्टीफन्स स्कूल में 93.40 प्रतिशत अंकों के साथ सचिन गौतम टॉपर रहे। उनके बाद 92.40 प्रतिशत अंकों के साथ आकाश यादव दूसरे व 87.40 प्रतिशत अंकों के साथ जितेन्द्र निरंजन तीसरे स्थान पर रहे। इसके अलावा क्राइस्ट द किंग कॉलिज में 96.80 प्रतिशत अंक पाकर संयुक्त रूप से कृष्णा पहारिया, रजनी चौरसिया व शोभित सिंह पहले स्थान पर रहे।

फोटो : 3 एसएचवाई 1

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झाँसी : परिवार के साथ प्रसन्न मुद्रा में विक्ट्री का संकेत दिखातीं सृष्टि राजपूत। -जागरण

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प्रशासनिक सेवा ही 'सृष्टि'

- आइएएस ऑफिसर बनने की चाह रखती हैं जय अकैडमि की टॉपर सृष्टि राजपूत

- स्कूल के शिक्षकों व परिवार के मार्गदर्शन को दिया सफलता का श्रेय

झाँसी : सीबीएसई 10वीं की परीक्षा में 99.20 प्रतिशत अंक लाकर जय अकैडमि स्कूल टॉप करने वालीं सृष्टि राजपूत आइएएस ऑफिसर बनना चाहती हैं। इसके लिए वह भरपूर मेहनत करने को तैयार हैं। आज जैसे ही परीक्षा परिणाम देखा, लहरगिर्द स्थित उनके घर में जश्न का माहौल हो गया। त्योहार की तरह घर, मोहल्ले में मिठाई बँटनी शुरू हो गयी। नाते-रिश्तेदारों की ओर से बधाई सन्देशों की भरमार ने सृष्टि की खुशी को दोगुना कर दिया। पिता विनोद कुमार राजपूत व माँ रेनू राजपूत कहते हैं कि उनकी बेटी ने उनका सिर गर्व से ऊँचा किया है। सृष्टि की इस सफलता पर जागरण संवाददाता ने उनके बात की। पेश हैं बातचीत के कुछ अंश।

सवाल- ऐसी सफलता की उम्मीद की थी?

जवाब- हाँ, उम्मीद के मुताबिक ही परिणाम आया। अभी तक हुई सभी परीक्षाओं को बोर्ड परीक्षा समझकर ही दिया। सभी में अच्छे अंक मिले, उन्हीं की झलक इस परिणाम में है।

सवाल- भविष्य में क्या बनने की चाह रखती हैं?

जवाब- मुझे आइएएस ऑफिसर बनना है। विश्वास दिलाती हूँ कि इण्टरमीडिएट में भी इसी प्रकार की मेहनत करूँगी और इससे भी अच्छा परिणाम लाने का प्रयास रहेगा। आइएएस ऑफिसर बनने के लिए जितनी मेहनत करनी होती है, उससे अधिक करूँगी।

सवाल- अपनी सफलता का श्रेय किसको देती हैं?

जवाब- शुरूआत तो परिवार से ही होगी। माता-पिता पढ़ाई को लेकर संजीदा हैं। हर वक्त अच्छा करने के लिए प्रोत्साहित करते रहते हैं। यह प्रोत्साहन बहुत ़जरूरी है। इस सफलता में जितना हाथ माता-पिता का है, उतना ही स्कूल का भी है। जय अकैडमि के शिक्षक हर छात्र पर ध्यान देते हैं। विषय में कोई भी समस्या आने पर शिक्षकों से कभी भी सम्पर्क किया जा सकता है। उनका पढ़ाई कराने का तरीका बहुत अच्छा है।

सवाल- इस प्रकार की सफलता प्राप्त करने का मन्त्र क्या है?

जवाब- यह मन्त्र पूरी तरह शिक्षकों पर आधारित होता है। सबसे ़जरूरी बात होती है कि छात्र की हिचक कैसे दूर की जाए। इस मामले में जय अकैडमि के शिक्षक सबसे बेहतर हैं। उनका व्यवहार ऐसा रहता है कि कोई भी छात्र कुछ भी पूछने से हिचकता नहीं है। बस इसी से छात्र के मन में चल रही समस्या सामने आती है और उसका समाधान हो जाता है। यह किसी भी छात्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है।

सवाल- खूब बधाई सन्देश मिल रहे हैं, कैसा लग रहा है?

जवाब- बहुत अच्छा। स्कूल के शिक्षकों, दोस्तों और रिश्तेदारों ने बधाई दी है और आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया है। यही प्रोत्साहन मुझे हमेशा अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करेगा। सभी शिक्षकों का आभार प्रकट करती हूँ।

फाइल : हिमांशु वर्मा

समय : 8.15 बजे

3 अगस्त 2021

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