क्लेट पीजी प्रवेश परीक्षा में झाँसी की प्रियांशी ने पायी देश में दूसरी रैंक
फोटो : एसएस-1 ::: 0 कामन लॉ एडमिशन टेस्ट (पीजी) के परिणाम घोषित 0 एलएलएम के लिए ऑनलाइन आवण्टित
फोटो : एसएस-1
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0 कामन लॉ एडमिशन टेस्ट (पीजी) के परिणाम घोषित
0 एलएलएम के लिए ऑनलाइन आवण्टित होगी यूनिविर्सिटि
झाँसी : नैशनल लॉ यूनिवर्सिटि में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित कामन लॉ एडमिशन टेस्ट (क्लेट)-2021 की पोस्ट ग्रेजुएट प्रवेश परीक्षा में झाँसी की प्रियांशी जड़िया ने ऑल इण्डिया दूसरी रैंक प्राप्त की है। उन्हें बालिका वर्ग में पहला स्थान प्राप्त हुआ है। प्रियांशी ने डॉ. राम मनोहर लोहिया नैशनल लॉ यूनिवर्सिटि लखनऊ से बीएएलएलबी किया है।
मोहल्ला वैद्यराज बड़ा बा़जार निवासी प्रियांशी ने बताया कि भगवान एवं उसके पिता सुरेश कुमार जड़िया व माँ सुनीता जड़िया के आशीर्वाद से उन्हें यह सफलता मिली। उनके पिता चाँदी के जेवर के कारीगर हैं। उन्होंने एमकॉम एलएलबी करने के बाद अपने पुश्तैनी कार्य को चुना। वह घर से ही कार्य करते हैं। प्रियांशी की माँ सुनीता पोस्ट ऑफिस में आरडी एजेण्ट हैं। बताया कि परिवार में शैक्षणिक वातावरण शुरू से ही है। प्रियांशी की बड़ी बहन आयुषी ने एमकॉम किया, जबकि छोटा भाई पीयूष रूड़की से आइआइटी करने के बाद एक कम्पनि में जॉब कर रहा है। प्रियांशी का कहना है कि वह न्यायिक सेवा के क्षेत्र में जाना चाहती हैं। साथ ही वह महिलाओं को उनके ़कानूनी अधिकारों के बारे शिक्षित व जागरूक करने, उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए कार्य करेंगी, जिससे वह अपने निर्णय ले सकें।
पीआरडी जवानों पर कसा शिकंजा
0 अनुशासनहीनता पर पीआरडी ऐक्ट के तहत होगी कार्यवाही
0 ़िजला युवा कल्याण व प्रान्तीय रक्षक दल अधिकारी ने जारी किए निर्देश
झाँसी : अब पीआरडी जवानों को अपनी तैनाती के लिए राजनैतिक सिफारिश कराना महँगी पड़ेगा। अपनी मनमानी ड्यूटि के लिए ड्यूटि ऑफिसर से बढ़ रही अभद्रता के मामलों को देखते हुए शासन ने कड़े निर्देश जारी किए हैं।
़िजला युवा कल्याण व प्रान्तीय रक्षक/विकास दल अधिकारी धर्मेन्द्र कुमार ने आज इसको लेकर दिशा-निर्देश जारी किए हैं। महानिदेशालय प्रान्तीय रक्षक दल/विकास दल एवं युवा कल्याण के पत्र के क्रम में जारी निर्देश में कहा है कि कुछ पीआरडी जवानों द्वारा राजनैतिक दबाव डालकर एवं स्वैच्छिक रुप से ड्यूटि न लगाये जाने पर ड्यूटि प्रभारी से अभद्रता करने का प्रयास किया गया, जो अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। ऐसे मामलों में पीआरडी ऐक्ट 1948 के तहत पीआरडी दल से अलग किए जाने की कार्यवाही की जाएगी।
89 दिन बाद किया जाता है ब्रेक
पीआरडी जवानों को पुलिस थानों, यातायात पुलिस, सरकारी अधिकारियों की सुरक्षा तथा अन्य विभागों में सुरक्षा के रूप में ड्यूटि पर लगाया जाता है। पीआरडी जवानों को 89 दिन की लगातार ड्यूटि के बाद एक दिन का ब्रेक दिया जाता है। इस तरह लगभग 3 माह बाद उसे दूसरे स्थान पर ड्यूटि के लिए लगाया जाता है। थानों, यातायात पुलिस व अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर ड्यूटि कर रहे प्रान्तीय रक्षक दल के जवान दोबारा उसी स्थान पर ड्यूटि चाहते हैं। अब जवानों को मनमाफिक स्थान पर ड्यूटि करना मुश्किल होगा।
फाइल-रघुवीर शर्मा
समय-7.20
1 अगस्त 21