बेड बढ़ाने की दरकार, कुछ तो करो सरकार

- अस्पतालों में बेड न मिलने से परिस्थितियाँ होती जा रहीं हैं विषम - होटल, बैंक्विट हॉल को बनाना हो

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 01:00 AM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 01:00 AM (IST)
बेड बढ़ाने की दरकार, कुछ तो करो सरकार
बेड बढ़ाने की दरकार, कुछ तो करो सरकार

- अस्पतालों में बेड न मिलने से परिस्थितियाँ होती जा रहीं हैं विषम

- होटल, बैंक्विट हॉल को बनाना होगा कोविड हॉस्पिटल

झाँसी : कोरोना संक्रमितों की संख्या का ग्राफ चढ़ने की रफ्तार जिस ते़जी से बढ़ रही है, उनके उपचार का प्रबन्ध कराना उतनी ही बड़ी चुनौती बनती जा रही है। सरकारी, प्राइवेट सभी अस्पतालों में बेड फुल हो गये हैं, जिस कारण नये मरी़ज भर्ती नहीं हो पा रहे हैं। प्रशासन की चिन्ता बढ़ गयी है और प्रयास अधिक से अधिक प्राइवेट अस्पतालों को कोविड अस्पताल बनाने का हो रहा है, लेकिन इससे अब काम चल नहीं रहा। अब ़जरूरत आन पड़ी है अन्य बिल्डिंग को कोविड अस्पताल बनाने की।

कोरोना मरी़जों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पास झाँसी महानगर के पास स्थित एक हॉस्पिटल को कोविड अस्पताल में तब्दील करने की माँग जोर पकड़ रही है। इसके अलावा प्रशासन अधिक से अधिक प्राइवेट हॉस्पिटल को कोविड अस्पताल की सूची में जोड़ा जा रहा है। चिकित्सक भी बेड की कमी पर चिन्ता जता रहे हैं। चिकित्सकों का कहना है कि जिस प्रकार राही वीरांगना होटल को कोविड अस्पताल बनाया गया है, उसी प्रकार शीघ्र ही अन्य होटल, बैंक्विट हॉल का उपयोग भी किया जा सकता है। चिकित्सकों के अनुसार गर्मी के मौसम में सिर्फ ऐसी जगहों का चुनाव किया जा सकता है, जहाँ एरिया बहुत अधिक न हो। ऐसे में सरकारी विद्यालयों के भवन को इसके लिए सबसे मुफीद माना जा रहा है। सरकारी स्कूल इस वक्त बन्द चल रहे हैं, ऐसे में उनकी बिल्डिंग कोरोना मरी़जों के इलाज में काम आ सकती हैं।

मेडिकल स्टोर से कोरोना किट गायब

- लोगों ने कर ली स्टॉक

झाँसी : हल्के लक्षणों के लिए महानिदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) की ओर से जारी की गयी दवाओं की किट भी मेडिकल स्टोर से गायब हो गयी है। लोगों ने बड़ी मात्रा में इस किट को ख़्ारीद कर स्टॉक कर लिया है। लोग इन दवाओं को ख़्ारीदने के लिए मेडिकल स्टोर पहुँच रहे हैं तो उन्हें निराश ही वापस लौटना पड़ रहा है। महानिदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) की ओर से कोरोना के हल्के लक्षण वाले मरी़जों के लिए दवाओं की एक सूची जारी की गयी थी। इन दवाओं को खाने का तरीका भी बताया गया है। लेकिन इसके साथ ही आपको यह दवा प्रयोग में लाने के पहले चिकित्सक से परामर्श अवश्य करना चाहिए। इसके साथ ही दिन में 3-4 लिटर पानी पीने, व्यायाम करने, समय-समय पर ऑक्सिजन का स्तर चेक करने की सलाह भी दी गयी है। इस आदेश की पुष्टि होने के बाद इसे ख़्ारीदने के लिए मेडिकल स्टोर पर भीड़ लगने लगी और देखते ही देखते ये दवाएं बा़जार से गायब हो गयीं। रेमडेसिविर के बाद कोरोना किट की कमी से सा़फ है कि लोग सब्र से काम नहीं ले रहे।

ऐसे लें दवा

0 आइवरमेक्टिन की 12 एमजी की 1 गोली दिन में खाने के बाद 1 बार लगातार 3 दिन के लिए।

0 ए़िजथ्रोमाइसिन की 500 एमजी 1 गोली दिन में खाने के बाद 1 बार लगातार 3 दिन के लिए।

0 डॉक्सी 100 एमजी की 2 गोली दिन में दो बार 10 दिन के लिए।

0 क्रोसिन 650 एमजी दिन में 4 बार 3 दिन के लिए या शरीर दर्द, बुखार आने पर।

0 लिम्सी 500 (एसकॉर्बिक एसिड 500 एमजी) एमजी प्रतिदिन एक 10 दिन के लिए।

0 ़िजंकोनिया 50 एमजी (एलेमेण्टल ़िजंक 50 एमजी) रो़ज एक 10 दिन के लिए।

0 कैलसिरोल सैशे हफ्ते में एक बार 6 सप्ताह के लिए लेना है।

फाइल : हिमांशु वर्मा

समय : 8.30 बजे

21 अप्रैल 2021

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