जनरल कोच में भी मिलेगा एसी का म़जा

- आधुनिक सुविधाओं के साथ ही 83 बर्थ होंगी झाँसी : नये साल में रेलवे जनरल कोच में दशा बदलने जा रहा

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Dec 2020 01:00 AM (IST) Updated:Mon, 14 Dec 2020 01:00 AM (IST)
जनरल कोच में भी मिलेगा एसी का म़जा
जनरल कोच में भी मिलेगा एसी का म़जा

- आधुनिक सुविधाओं के साथ ही 83 बर्थ होंगी

झाँसी : नये साल में रेलवे जनरल कोच में दशा बदलने जा रहा है। नयी व्यवस्था के तहत अब जनरल कोच में बर्थ की संख्या बढ़ाने के साथ ही एसी व अन्य सुविधाओं से कोच को लैस किया जाएगा। खास बात यह है कि यात्रियों को इस सुविधा के लिए अधिक पैसे भी ख़्ार्च नहीं करने पड़ेंगे।

़गरीब लोगों के लिए ट्रेन के आरक्षित डिब्बे में यात्रा करना किसी सपने से कम नहीं होता, लेकिन रेलवे अब ऐसे ही यात्रियों के लिए कम पैसे में आरक्षण वाले डिब्बे की तरह सुविधा मुहैया कराने की योजना बना रहा है। इसके लिए रेलवे ने 3 टायर नॉन एसी स्लीपर क्लास और अनारक्षित जनरल क्लास कोच को एसी कोच में तब्दील करने का फैसला लिया है। मण्डल रेलवे के एक अधिकारी के मुताबि़क इस ़कदम से पूरी ट्रेन एसी ट्रेन हो जाएगी। खास बात यह है कि लोगों को इस सुविधा के लिए अधिक पैसे नहीं देने पड़ेंगे। रेलवे अधिकारी के मुताबिक ट्रेन का अपग्रेड स्लीपर क्लास कोच इकॉनमिकल एसी-3 टायर क्लास कोच बन जाएगा। यह एसी-3 टायर क्लास और नॉन एसी स्लीपर क्लास कोच के बीच की श्रेणी का कोच होगा। जानकारी दी कि कपूरथला की रेल कोच फैक्ट्रि को अपग्रेड स्लीपर क्लास कोच के प्रोटो टाइप तैयार करने का काम सौंपा गया है। अपग्रेड कोच में मौजूदा 72 बर्थ के बजाय 83 बर्थ होंगी। एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि अपग्रेड कोच को एसी-3 टायर टूरिस्ट क्लास कोच कहा जा सकता है। यह एक सस्ते एसी-3 टायर क्लास की तरह होगा।

ये मिलेंगी सुविधाएं

नये कोच में एसी के साथ ही पंखे, एलईडी लाइट, साफ टॉयलेट, पानी और अन्य सुविधाएँ मिलेंगी। बता दें कि एक कोच को बनाने में लगभग 2.83 करोड़ रुपये का ख़र्च आएगा। यह रेलवे के मौजूदा एसी 3 टायर क्लास कोच पर आने वाले निर्माण ख़्ार्च से करीब 10 फीसदी अधिक है। पहले चरण में 230 कोच बनाए जाएंगे।

एलएचबी प्लैटफॉर्म पर तैयार होंगे कोच

जनरल कोच के स्थान पर लगाये जाने वाले 3 टायर एसी कोच का निर्माण अन्य कोच की तरह नहीं होगा। इन कोच को आधुनिक बनाने के लिए रेलवे ने इनका निर्माण लिंक हॉफमान बुश (एलएचबी) डि़जाइन के आधार पर करने का निर्णय लिया है। इसके उपयोग में आने के बाद पुराने आइसीएफ डि़जाइन कोच के उत्पादन को रोक दिया जाएगा। बताते चलें कि इण्टिग्रल कोच फैक्ट्रि (आइसीएफ) डि़जाइन कोच की तुलना में एलएचबी डि़जाइन कोच व़जन में हल्का है। इतना ही नहीं, एलएचबी कोच के पास बेहतर ढुलाई के साथ-साथ हाइ स्पीड क्षमता भी है।

फाइल : वसीम शेख

समय : 06 : 44

13 दिसम्बर 2020

chat bot
आपका साथी