शादी के लिए युवती ने घर छोड़ा

- युवक की उम्र शादी में बन रही बाधा - युवती ने युवक के परिजनों के साथ रहने की अनुमति माँगी झाँस

By JagranEdited By: Publish:Fri, 04 Dec 2020 01:00 AM (IST) Updated:Fri, 04 Dec 2020 01:00 AM (IST)
शादी के लिए युवती ने घर छोड़ा
शादी के लिए युवती ने घर छोड़ा

- युवक की उम्र शादी में बन रही बाधा

- युवती ने युवक के परिजनों के साथ रहने की अनुमति माँगी

झाँसी : युवक से शादी रचाने के लिए बेटी ने वर्षो से परवरिश कर रहे माता-पिता का घर छोड़ दिया। वह युवक के घर पहुँच गयी। युवती की आयु 19 वर्ष व युवक की आयु 20 वर्ष है। युवक की उम्र शादी योग्य न होने पर युवती पुलिस कप्तान के कार्यालय पहुँच गयी। उसने युवक के परिजनों के साथ रहने की अनुमति माँगी है।

सदर बा़जार थाना क्षेत्र निवासी युवती ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दिये प्रार्थना पत्र में बताया कि उसकी उम्र 19 वर्ष है। वह मोहल्ले में रहने वाले युवक से प्रेम करती है, उससे शादी करना चाहती है। इस बात की जानकारी उसके माता-पिता को हुई तो वह उसका शारीरिक, मानसिक उत्पीड़न करने लगे। गुरुवार को मौका पाकर वह युवक के घर आ गयी। जानकारी होने पर परिजन समाज के लोगों को साथ लेकर युवक के घर आ पहुँचे। उसके साथ मारपीट कर युवक के परिजनों के साथ अभद्र व्यवहार किया। उसने प्रार्थना पत्र में कहा कि वह अपनी मर्जी से युवक व उसके परिजनों के साथ रहना चाहती है। उसके परिजनों ने शिक्षा सम्बन्धी का़ग़जात अपने पास रख लिये हैं। इसके चलते वह विवाह के लिए आवेदन नहीं कर पा रही है। उसने मेडिकल कराकर प्रमाण पत्र बनवाने एवं युवक के परिजनों के साथ रहने की अनुमति माँगी है।

शहर की सीमा में प्रवेश से पहले योजना ने दम तोड़ा

0 मोबाइल वैन से शुरू होना थी आलू-प्याज की बिक्री

0 मनमानी दरों पर सब़्जी बेच रहे हैं फुटकर विक्रेता

झाँसी : उपभोक्ताओं की सुविधा एवं फुटकर सब़्जी विक्रेताओं की मनमानी रोकने के लिए नवम्बर माह के आरम्भ में एक योजना की घोषणा की गयी थी। इसके तहत मोबाइल वैन से आलू-प्याज की बिक्री होना थी। योजना ने शहर की सीमा में प्रवेश करने से पहले ही दम तोड़ दिया, इससे उपभोक्ता शासन की एक जन कल्याणकारी योजना के लाभ से वंचित रह गये।

बताते चलें कि नवम्बर माह के आरम्भ में आलू-प्याज समेत कुछ आवश्यक सब़्िजयों के दाम आसमान पर पहुँच गये थे। आलू 60 से 70 रुपये और प्याज 80 से 100 रुपये किलो बिक रहा था। इस समस्या को देखते हुये मण्डी परिषद मुख्यालय में तत्काल बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी जानकारी शासन को भेजी गयी। बैठक में निर्णय लिया गया कि कृषि उत्पादन मण्डी समिति मोबाइल वैन से ग्राहकों को उचित मूल्य पर सब़्जी उपलब्ध करायेगी। योजना को जल्द लागू करने के लिए सभी मण्डी सचिवों को निर्देश दिये गये थे। बैठक के दौरान यह बात सामने आयी थी कि थोक विक्रेता से सब़्जी लेने के बाद फुटकर विक्रेता मनमाने तरीके से सब़्जी बेचते हैं। मुख्यालय से निर्देश मिलने के बाद मोबाइल वैन से आलू-प्याज भेजने का कार्य शुरू हुआ। थोक विक्रेताओं से आलू-प्याज लेकर वैन गली-मोहल्लों के लिए निकली, कुछ ही किलोमीटर चलने के बाद वैन में सब़्जी खत्म हो गयी। यह सिलसिला 2-3 दिन तक ही चला, वैन शहर की सीमा में स्थित गली-मोहल्लों तक बढ़ती इसके पहले ही कार्य बन्द हो गया। जबकि योजना स्थाई रूप से लागू की गयी थी। जब इस मामले में मण्डी समिति से बात की गयी तो उनका कहना था कि मोबाइल वैन भाड़े पर ली गयी थी, सब़्जी की दर सामान्य होने पर रोक लगायी गयी। मण्डी निरीक्षक की देखरेख में एक टीम गठित की गयी है, जो निरीक्षण कर फुटकर विक्रेताओं की दरों पर निगाह रखे हुये है। कहा गया कि महँगी दरों पर सब़्जी बेचने वाले लोगों को सब़्जी मण्डी में प्रवेश नहीं मिलेगा।

फाइल : दिनेश परिहार

समय : 7:50

3 दिसम्बर 2020

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