फ्लू का नहीं मिलेगा कोई क्लू

::जागरण पड़ताल:: 0 मेडिकल स्टोर के लिये बनाये गये नियमों की अनदेखी 0 बिना विवरण दर्ज करने ही दी ज

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 01:00 AM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 01:00 AM (IST)
फ्लू का नहीं मिलेगा कोई क्लू
फ्लू का नहीं मिलेगा कोई क्लू

::जागरण पड़ताल::

0 मेडिकल स्टोर के लिये बनाये गये नियमों की अनदेखी

0 बिना विवरण दर्ज करने ही दी जा रही सर्दी, जुकाम, बुखार की दवा

0 विवरण होता तो ढेरों लोगों की जाँच हो चुकी होती

पंकज कश्यप, झाँसी : सामान्य फ्लू व कोरोना के एक जैसे लक्षण होने के कारण ही शासन ने नियम बनाया था कि मेडिकल स्टोर पर इन लक्षणों की दवा लेने आये लोगों का ब्यौरा दर्ज किया जाए। उद्देश्य था कि इस तरह अधिक से अधिक जाँच हो सकेंगी और लोगों को उपचार देकर कोरोना को फैलने से रोका जा सकेगा, पर इन नियमों की पूरी तरह अनदेखी की जा रही है। 'दैनिक जागरण' की पड़ताल में सामने आया कि मेडिकल स्टोर पर बिना रोक-टोक दवाएं दी जा रही हैं। व्यक्ति के बारे में कोई जानकारी नहीं रखी जा रही। यही वजह है कि कोरोना जाँच की रफ्तार सुस्त है।

पड़ताल के लिए हम कई ऐसे मेडिकल स्टोर पर गए, जो नामचीन हैं और उनके यहाँ हर दवा का डेटा दर्ज किया जाता है, पर जिन दवाओं को लेने से पहले सम्बन्धित ग्राहक का डेटा लेना चाहिये, वह नहीं लिया जा रहा। सीपरी बा़जार के रामा बुक डिपो चौराहे के पास स्थित एक मेडिकल स्टोर पर बुखार की दवा माँगने पर मेडिकल स्टोर संचालक ने 5 रुपये की 2 टेबलेट थमा दीं। पहले तो लगा कि मेडिकल स्टोर वाला नाम, पता व कारण पूछेगा, पर उसने कुछ नहीं पूछा। वहाँ से आगे बढ़े और आर्य कन्या चौराहा पहुँचे, वहाँ से भी बुखार की दवा माँगी, उसने भी दवा दे दी। इसके बाद मिशन कम्पाउण्ड गेट पर पहुँचे, वहाँ पर जुकाम की दवा माँगने पर उसने दवा दी। यह हाल अधिकांश मेडिकल स्टोर का है। बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा सख्ती से इन निर्देशों का पालन नहीं कराया गया। ढिलाई बरतने के कारण ही यह नियम कहीं दबकर रह गया और लोग फ्लू की दवा पाने में कामयाब हो रहे हैं, वह भी बिना अपनी जानकारी दिए।

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नियम बनाने की यह मंशा थी

मेडिकल स्टोर पर इस प्रकार की व्यवस्था बनाने का मुख्य कारण कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान करना था। क्योंकि, इनमें कई ऐसे भी संक्रमित लोग थे, जिनमें कोरोना के लक्षण साफ ऩजर आ रहे थे, पर वह लोग दवा लेकर संक्रमण को छिपा कर दूसरे के लिये खतरा बन रहे थे और अब भी बन रहे हैं। दूसरी ओर इनमें से कुछ ऐसे भी लोग शामिल हैं, जो एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिये शरीर का तापमान घटाने के लिये इन दवाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं। दवा खाने के बाद स्क्रीनिंग करने पर तापमान सामान्य आ जाता है, पर यह तरीका अपनाना दूसरों के लिये घातक बन सकता है।

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एक अधिकारी ने भी की इस प्रकार की लापरवाही

आम व्यक्तियों की छोड़िए, एक ़िजम्मेदार अधिकारी भी इस तरह की गलती कर गए। वह तीन दिन से बुखार से पीड़ित थे तथा लक्षणों को समझे बगैर उन्होंने पहले खुद ही दवा ली। इसके बाद चिकित्सक से भी दवा ली, पर असर नहीं हुआ। हालत बिगड़ी, तब जाकर कोरोना संक्रमण की जाँच कराई और वह पॉ़िजटिव पाये गये थे।

फाइल 1- पंकज कश्यप

दिनाँक - 7 जुलाई 2020

समय - 6:45 बजे

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