नवीन व मौलिक शोध को बढ़ावा दें

फोटो : 18 एसएचवाई 7 ::: 0 बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय में पीएचडी कोर्स वर्क का शुभारम्भ झाँसी :

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 Feb 2020 08:58 PM (IST) Updated:Tue, 18 Feb 2020 10:06 PM (IST)
नवीन व मौलिक शोध को बढ़ावा दें
नवीन व मौलिक शोध को बढ़ावा दें

फोटो : 18 एसएचवाई 7

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0 बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय में पीएचडी कोर्स वर्क का शुभारम्भ

झाँसी : बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय में पीएचडी के लिए पंजीकृत शोधार्थियों के छह माह के कोर्स वर्क का आज से शुभारम्भ हो गया। आइटीएम ग्वालियर के कुलपति प्रो. केके द्विवेदी ने शोधार्थियों को नवीन व मौलिक शोध को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया।

विश्वविद्यालय परिसर स्थित गाँधी सभागार में शोधार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कुलपति प्रो. द्विवेदी ने कहा कि शोध कार्य में धैर्य की आवश्यकता होती है, क्योंकि मौलिक शोध लम्बा व कठिन होता है। इसीलिए शोधार्थी हिम्मत से कार्य करते हुए गुणवत्ता के साथ शोध करें। शोध कार्य से समाज के हित का ध्यान रखा जाना चाहिए। अध्यक्षता करते हुए बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जेवी वैशम्पायन ने कहा कि उच्च शिक्षा अनुदान आयोग के यूजीसी रेगुलेशन 2009 के लागू होने के बाद बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय का यह पाँचवां बैच है। पीएचडी की प्रवेश परीक्षा में पारदर्शिता का ध्यान रखा गया है। इसीलिए आरडीसी के समय ही पावर पॉइण्ट प्रे़जेण्टेशन के माध्यम से शोधार्थियों ने शोध विषय पर जानकारी दी। इससे शोध की गुणवत्ता के सुधार में मदद मिलेगी। इस अवसर पर प्रो. पंकज अत्री, प्रो. सीबी सिंह, प्रो. एसके कटियार, प्रो. अर्चना वर्मा, डॉ. डीपी गुप्ता के साथ विभागाध्यक्ष तथा पीएचडी सेल के डॉ. ममता सिंह, डॉ. राजेश, डॉ. सन्दीप वर्मा आदि उपस्थित रहे। डॉ. सुनील त्रिवेदी ने संचालन व डॉ. शम्भू सिंह ने आभार व्यक्त किया।

बुन्देलखण्ड से 65 फीसदी शोधार्थी

पीएचडी प्रवेश परीक्षा के माध्यम से हुए चयन में 65 फीसदी शोधार्थी बुन्देलखण्ड क्षेत्र से चुने गए हैं। लम्बे समय से पीएचडी में बुन्देलखण्ड क्षेत्र को प्राथमिकता देने की बात की जा रही है। बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय में सबसे नजदीक झाँसी और सबसे दूर हिमाचल प्रदेश के शोधार्थी ने प्रवेश लिया है। साथ ही एयरफोर्स के हवलदार ने नौकरी में रहते 3 बार नेट परीक्षा उत्तीर्ण की और अब पीएचडी के लिए विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया।

फोटो : 18 एसएचवाई 6 व 4 व 18 बीकेएस 116

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हाइस्कूल में 1,757 व इण्टर में 1,196 ने छोड़ी परीक्षा

0 यूपी बोर्ड की परीक्षाएँ शुरू, 69 परीक्षा केन्द्रों पर हुई परीक्षा

0 डीएम व एसएसपी ने गरौठा में देखा परीक्षा केन्द्र

झाँसी : यूपी बोर्ड की हाइस्कूल व इण्टरमीडिएट की परीक्षाएँ आज से शुरू हो गयी हैं। परीक्षा के पहले दिन सुबह की पाली में हाइस्कूल व शाम की पाली में इण्टरमीडिएट की हिन्दी व प्रारम्भिक हिन्दी विषय की परीक्षा हुई। जनपद में सुबह की पाली में हाइस्कूल में पंजीकृत 25, 792 में से 1,757 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। इसी प्रकार इण्टर में पंजीकृत 22,507 में से 1,196 ने परीक्षा नहीं दी।

यूपी बोर्ड की परीक्षा आज जनपद में 69 परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा शुरू हुई। हाइस्कूल में पंजीकृत 25,792 में से 24,065 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। शाम की पाली में इण्टरमीडिएट के पंजीकृत 22,507 परीक्षार्थी में से 21,311 ने परीक्षा दी। जनपद में आज 12 राजकीय, 41 अशासकीय, 16 वित्तविहीन विद्यालयों में बने 69 परीक्षा केन्द्रों पर शान्ति पूर्ण परीक्षा कराने के लिए पर्याप्त पुलिस बल लगाया गया। जनपद के 5 अति सम्वेदनशील व 13 सम्वेदनशील परीक्षा केन्द्रों पर विशेष ऩजर रखी गयी। वित्तविहीन व स्वकेन्द्र परीक्षा केन्द्रों पर बाह्यं परीक्षा केन्द्र व्यवस्थापक भी लगाए गए। शान्तिपूर्ण परीक्षा के लिए जनपद को 12 सेक्टर में विभाजित किया गया। साथ ही 20 स्टैटिक मैजिस्ट्रेट को तैनात किया गया है। पहले दिन शुचितापूर्ण व ऩकलविहीन परीक्षा हेतु शिक्षा विभाग के सभी 5 सचल दल दस्ते भ्रमण करते रहे।

निगरानी केन्द्र से रखी ऩजर

़िजला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में बनाए गए निगरानी व मॉनिटरिंग केन्द्र से जनपद के सभी 69 परीक्षा केन्द्रों पर ऩजर रखी गयी। निगरानी केन्द्र में एसीएम द्वितीय वान्या सिंह ने सुबह व शाम की पाली में पूरे समय बैठ कर निगरानी की। इस दौरान निगरानी केन्द्र प्रभारी सभी परीक्षा केन्द्रों पर ऩजर रखे रहे।

डीएम व एसएसपी ने देखा गरौठा परीक्षा केन्द्र

सम्पूर्ण समाधान दिवस गरौठा में हिस्सा लेने गए डीएम व एसएसपी ने अखण्डानन्द इण्टर कॉलिज में परीक्षाओं को देखा। उन्होंने परीक्षा कक्ष में सीसीटीवी कैमरे देखे और व्यवस्थाओं की जानकारी ली। इस दौरान बीएसए का सचल दल भी मौजूद रहा। सचल दल में एक शिक्षिका मोबाइल फोन लिए थी, जिसे देखकर डीएम ने कड़ी नारा़जगी जतायी। उन्होंने चेताया कि परीक्षा केन्द्र पर कक्ष निरीक्षक व सचल दल मोबाइल फोन लेकर नहीं जाएंगे। इसके लिए उनके स्तर से बीएसए को दोबारा निर्देश जारी कराने को कहा।

कक्ष निरीक्षकों से जूझे ग्रामीण विद्यालय

जनपद में 2,734 शिक्षक-शिक्षिकाओं को कक्ष निरीक्षक के रूप में तैनात किया गया है। ़िजला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से सभी विद्यालयों में कक्ष निरीक्षकों की पूर्ति के लिए वित्तविहीन व बेसिक विद्यालयों से शिक्षक भेजे गए हैं। महानगर में तो शिक्षकों की उपलब्धता परीक्षा केन्द्र पर परीक्षार्थियों के तय मानक के हिसाब से पूरी हो गयी है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के कुछ विद्यालयों में अभी कक्ष निरीक्षकों की समस्या है। जानकार बताते हैं कि आज पहले दिन हिन्दी विषय होने से विषय विशेषज्ञ के तौर पर कई शिक्षक ड्यूटि नहीं कर पाए, लेकिन आने वाले दिनों में इस स्थिति में सुधार होगा।

झाँसी मण्डल में हाइस्कूल में 5 ह़जार ने छोड़ी परीक्षा

झाँसी : यूपी बोर्ड की हाइस्कूल व इण्टरमीडिएट में ऩकल रोकने के लिए हाइटेक व्यवस्थाओं ने ऩकल करने वालों को परीक्षा छोड़ने पर मजबूर कर दिया। सुबह की पाली में हाइस्कूल की परीक्षा में लगभग 5 ह़जार छात्र-छात्राओं ने परीक्षा छोड़ दी है। झाँसी में पंजीकृत 25, 792 में से 1757, जालौन में 22,262 में से 1,596 तथा ललितपुर में पंजीकृत 21,281 में से 1,372 ने परीक्षा छोड़ दी है। हाइस्कूल की परीक्षा में ऩकल करते हुए कोई परीक्षार्थी नहीं पकड़ा गया, लेकिन शाम को इण्टर की पाली में जालौन में एक परीक्षार्थी हिन्दी विषय में ही ऩकल करते हुए पकड़ा गया।

फाइल : रघुवीर शर्मा

समय : 7.35

18 फरवरी 2020

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