105 रुपए बढ़ाया गया गेहूँ का समर्थन मूल्य

0 अब 1,840 रुपए प्रति कुन्तल से की जाएगी ख़्ारीद झाँसी : गेहँू की पैदावार कर रहे किसानों को शासन न

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Feb 2019 01:00 AM (IST) Updated:Tue, 19 Feb 2019 01:00 AM (IST)
105 रुपए बढ़ाया गया गेहूँ का समर्थन मूल्य
105 रुपए बढ़ाया गया गेहूँ का समर्थन मूल्य

0 अब 1,840 रुपए प्रति कुन्तल से की जाएगी ख़्ारीद

झाँसी : गेहँू की पैदावार कर रहे किसानों को शासन ने बड़ी राहत दी है। भारत सरकार ने इस बार समर्थन मूल्य में 105 रुपए की बढ़ोत्तरी कर दी है। सरकारी केन्द्रों पर गेहूँ की ख़्ारीद 1,840 रुपए प्रति कुन्तल के हिसाब से की जाएगी। हालाँकि खुले बा़जार में भाव अधिक होने के कारण सरकारी एजेन्सी के सामने लक्ष्य के सापेक्ष गेहूँ की ख़्ारीद करना चुनौती बन सकता है।

किसानों को उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए शासन द्वारा हर वर्ष गेहूँ की ख़्ारीद की जाती है। भारत सरकार द्वारा समर्थन मूल्य घोषित किया जाता है, जिसके अनुरूप ही किसानों की उपज ख़्ारीदी जाती है। पिछले वर्ष शासन ने 1,735 रुपए समर्थन मूल्य घोषित किया था। तमाम प्रयासों के बाद मण्डल के तीनों जनपदों में 3 लाख मीट्रिक टन गेहूँ की ख़्ारीद की गई। सूत्र बताते हैं कि इस क्षेत्र का अधिकांश गेहूँ महाराष्ट्र भेज दिया गया, क्योंकि वहाँ अपेक्षाकृत अधिक रेट थे। इस बार भारत सरकार ने समर्थन मूल्य में 105 रुपए की बढ़ोत्तरी की है।

चुनावी चकल्लस में फँसेगी गेहूँ ख़्ारीद

0 शासन ने जारी की समय-सारणी

0 1 अप्रैल से सक्रिय होंगे क्रय केन्द्र

झाँसी : खेतों में ़फसल ख़्ाड़ी होने से पहले ही शासन ने गेहूँ ख़्ारीद की तैयारी शुरू कर दी है। समय-सारणी तय कर दी गई है, तो ख़्ारीद का प्रभार एडीएम (वित्त एवं राजस्व) नगेन्द्र शर्मा को सौंपा गया है। इस बार ख़्ारीद अवधि में ही लोकसभा चुनाव होगा, जिसमें अधिकारियों व कर्मचारियों की व्यस्तता होगी।

किसानों को उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए शासन ने गेहूँ ख़्ारीद का कार्यक्रम तय कर दिया है। इसके लिए प्रभारी अधिकारी एडीएम (वित्त एवं राजस्व) को बनाया गया है। कार्यक्रम के तहत 1 मार्च तक क्रय केन्द्रों का ़िजलाधिकारी द्वारा अनुमोदन किया जाएगा। 10 मार्च तक केन्द्रों पर बोरे, धनराशि, स्टाफ आदि की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। 25 मार्च तक केन्द्रों का सत्यापन किया जाएगा, जबकि 1 अप्रैल से ख़्ारीद प्रारम्भ होगी। इस वर्ष परेशानी अधिक हो सकती है। दरअसल, मार्च माह के प्रथम पखवाड़े में निर्वाचन आयोग लोकसभा चुनाव का बिगुल फूँक देगा, जिसके बाद सरकारी मशीनरी की भागदौड़ बढ़ना तय है। निर्वाचन कार्य में अधिकांश अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटि लगाई जाती है। इसी अवधि में गेहूँ ख़्ारीद भी चरम पर पहुँचेगी। ऐसे में दोनों बड़े कार्यक्रमों को साथ-साथ संचालित करना प्रशासन के लिए चुनौती बनेगा।

5 लाख मीट्रिक टन गेहूँ उत्पादन की सम्भावना

गेहूँ ख़्ारीद की तैयारी कर रहे सम्भागीय खाद्य नियन्त्रक विभाग ने सम्भावित पैदावार का आकलन करा लिया है। कृषि विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इस वर्ष जनपद में 5.18 लाख मीट्रिक टन गेहूँ का उत्पादन होगा। जालौन में यह आँकड़ा 5.95 लाख एमटी तथा ललितपुर में 4.84 लाख एमटी तक पहुँच सकता है। कृषि विभाग के अनुसार बीते वर्ष जनपद में प्रति हेक्टेयर 30.89 कुन्तल गेहूँ का उत्पादन हुआ था, जबकि इस बार 34.99 कुन्तल प्रति हेक्टेयर का अनुमान लगाया जा रहा है।

इन्होंने कहा

'भारत सरकार ने गेहूँ का समर्थन मूल्य 1,840 रुपए कुन्तल घोषित किया है, पिछले वर्ष की अपेक्षा 105 रुपए कुन्तल अधिक है। गेहूँ ख़्ारीद की समय सारणी भी तय कर दी गई है। 1 अप्रैल से जनपद में गेहूँ की ख़्ारीद प्रारम्भ कर दी जाएगी।'

0 एसएन पाण्डेय, डिप्टी आरएमओ

फाइल : राजेश शर्मा

18 फरवरी 2019

समय : 7.15 बजे

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