त्रिलोचन महादेव मंदिर के सरोवर में नहाते समय डूबने से युवक की मौत

ऐतिहासिक त्रिलोचन महादेव मंदिर परिसर स्थित सरोवर में सावन मास के दूसरे सोमवार को स्नान करते समय डूब जाने से युवक की मौत हो गई। मृत 20 वर्षीय राहुल पुत्र बबलू मिस्त्री वाराणसी के फूलपुर थाना क्षेत्र के रतनपुरा (पिडरा) गांव का निवासी था। वह सेना में भर्ती के लिए तैयारी कर रहा था।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 05:09 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 05:09 PM (IST)
त्रिलोचन महादेव मंदिर के सरोवर में नहाते समय डूबने से युवक की मौत
त्रिलोचन महादेव मंदिर के सरोवर में नहाते समय डूबने से युवक की मौत

जागरण संवाददाता, जलालपुर (जौनपुर) : ऐतिहासिक त्रिलोचन महादेव मंदिर परिसर स्थित सरोवर में सावन मास के दूसरे सोमवार को स्नान करते समय डूब जाने से युवक की मौत हो गई। मृत 20 वर्षीय राहुल पुत्र बबलू मिस्त्री वाराणसी के फूलपुर थाना क्षेत्र के रतनपुरा (पिडरा) गांव का निवासी था। वह सेना में भर्ती के लिए तैयारी कर रहा था।

राहुल काफी समय से रोजाना दोस्तों के साथ घर से दौड़ लगाते हुए स्नान व दर्शन-पूजन करने त्रिलोचन महादेव धाम आता था। सोमवार को भी वह पहुंचा और करीब सात बजे दोस्तों के साथ सरोवर में स्नान कर रहा था। गहरे पानी में चले जाने से राहुल डूबने लगा। साथियों ने उसे बचाने का भरसक प्रयास किया, लेकिन नाकाम होने पर बाहर आकर शोर मचाए। आस-पास के लोगों ने उसे बाहर निकाला लेकिन तब तक पेट में काफी पानी भर जाने से वह अचेत हो गया था। उसे तुरंत सीएचसी रेहटी पहुंचाया गया। वहां उपचार के दौरान मौत हो गई।

सहयोगियों के साथ पहुंचे थाना प्रभारी निरीक्षक सत्य प्रकाश सिंह ने शव कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवा दिया। हादसे की जानकारी मृत युवक के स्वजन को दी गई। रोते-बिलखते स्वजन आ गए। रोजाना करीब आठ किलोमीटर की लगाता था दौड़

मृत राहुल सेना या पुलिस में भर्ती होकर देश की सेवा करने का सपना संजोए था। इसी लक्ष्य को ध्यान में रखकर वह पढ़ाई करने के साथ ही वर्षो से शारीरिक तौर पर भी तैयारी कर रहा था। इसी मंशा से वह रोजाना करीब आठ किलोमीटर की दौड़ लगाता था। नहीं है सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था

हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए उद्योग व्यापार मंडल त्रिलोचन महादेव के अध्यक्ष अनुराग वर्मा ने कहा कि मंदिर परिसर में सरोवर पर सावन मास में भी सुरक्षा का इंतजाम न किया जाना चिता की बात है। उन्होंने मांग की है कि खतरनाक जगह पर रस्सी बांध कर चिह्नित करने के साथ ही प्रशासन को नाव व गोताखोर का प्रबंध करना चाहिए ताकि हादसे की पुनरावृत्ति न होने पाए।

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