योग को हस्तांतरित करने की सशक्त माध्यम हैं महिलाएं

महिलाएं किसी भी राष्ट्र की सामाजिक और सांस्कृतिक विरासत को पीढ़ी दर पीढ़ी हस्तांतरित करने की सशक्त माध्यम होती हैं। आहार-विहार के साथ योगाभ्यास को परिवार की दैनिक गतिविधियों में सम्मिलित करके न केवल परिवार को बल्कि पूरे समाज को स्वस्थ और खुशहाल बनाया जा सकता है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 Dec 2018 05:24 PM (IST) Updated:Sun, 09 Dec 2018 11:41 PM (IST)
योग को हस्तांतरित करने की सशक्त माध्यम हैं महिलाएं
योग को हस्तांतरित करने की सशक्त माध्यम हैं महिलाएं

जागरण संवाददाता, जौनपुर : महिलाएं किसी भी राष्ट्र की सामाजिक और सांस्कृतिक विरासत को पीढ़ी दर पीढ़ी हस्तांतरित करने की सशक्त माध्यम होती हैं। उक्त बातें महिला पतंजलि योग समिति के तत्वावधान में पंजाबी मार्केट में महिलाओं के लिए आयोजित योग प्रशिक्षण शिविर में उत्कृष्ट सेवा दे रहीं महिला योग प्रशिक्षकों के सम्मान समारोह में पतंजलि योग समिति के प्रांतीय सह प्रभारी अचल हरीमूर्ति ने कही।

जन-जन तक योग को पहुंचा कर लोगों को स्वस्थ और खुशहाल बनाने के लिए संकल्पित दीपशिखा चौरसिया, चंदा बरनवाल, शिवानी चौरसिया, माया सोनी व सुमन ¨सह को समिति द्वारा सम्मानित प्रदान किया गया। योग के क्रियात्मक अभ्यासों को कराते हुए हरीमूर्ति ने बताया कि आज के इस दौर में कपालभांति और अनुलोम-विलोम प्राणायामों का अभ्यास हर व्यक्ति के लिए हितकर होता है। मोटापा और मधुमेह जैसी समस्याओं से निजात पाने हेतु सूर्य नमस्कार, मण्डुक आसन, गोमुख आसनों के साथ मध्यम गति के साथ लम्बी दूरी तक टहलना अति आवश्यक होता है। इस मौके पर युवा भारत के प्रभारी डा. हेमंत, जिला योग विस्तारक अमरनाथ, अशोक कुमार, सुभाष चंद्र, विकास, अर्जुन व विजय कुमार सहित अन्य साधक उपस्थित रहे।

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