क्षय रोगियों के उपचार में सहयोग करेंगी स्वयंसेवी संस्थाएं
जागरण संवाददाता जौनपुर अभियान में खोजे गए क्षय रोगियों के उपचार में स्वयंसेवी संस्थाएं भी सहय
जागरण संवाददाता, जौनपुर: अभियान में खोजे गए क्षय रोगियों के उपचार में स्वयंसेवी संस्थाएं भी सहयोग करेंगी। दस दिसंबर को जनपद में आ रहीं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के समक्ष स्वयंसेवी संस्थाएं मरीजों को गोद लेंगी। जिले में इस साल खोजे गए 5899 टीबी रोगियों का उपचार चल रहा है।
इस संबंध में सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाक्टर लक्ष्मी सिंह ने क्षय रोग विभाग के साथ बैठक की। पिछले वर्ष स्वयंसेवी संस्थाओं को गोद दिए गए क्षय रोगियों के बारे में समीक्षा की।
बैठक में जिला क्षय रोग अधिकारी डाक्टर राकेश कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत वर्ष 2020 में खोजे गए 788 क्षय रोगियों को जनपद की 23 स्वयंसेवी संस्थाओं ने 15 फरवरी 2021 को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के समक्ष गोद लिया था।
इन मरीजों को एनजीओ की ओर से पोषाहार और दवा दिया तथा समय-समय पर जांच आदि मूल्यांकन का कार्य कराया गया। इसके चलते 700 मरीज टीबी का कोर्स पूरा कर क्षयरोग से मुक्त हो चुके हैं। गोद लेने वाली संस्थाएं नियमित मरीजों के संपर्क में रहीं जिससे वह अपना उपचार पूर्ण करने में सफल रहे। इस दौरान टीबी मरीजों की सफलता दर 87 फीसद रही।
जिला कार्यक्रम समन्वयक सलिल यादव ने बताया कि क्षय रोगियों को 0 से 18 वर्ष, 19 से 25 वर्ष तथा 26 से 40 वर्ष की श्रेणी में विभाजित कर विभिन्न संस्थाओं को गोद देने की व्यवस्था की जाएगी। जनवरी 2021 से नवंबर 2021 तक 8486 मरीजों को पोषण योजना में करीब 1.74 करोड़ रुपये भेजे जा चुके हैं। इनमें सरकारी अस्पताल के 6456 टीबी मरीजों के खाते में 1.32 करोड़ है, जबकि निजी अस्पतालों के 2038 टीबी मरीजों के खाते में करीब 41.56 लाख रुपये भेजे गए हैं।