गांवों में विकास की चली बयार फिर भी अधूरे रह गए अरमान

जौनपुर विकास खंड रामनगर के अधिकांश गांवों में विकास कार्य

By JagranEdited By: Publish:Fri, 19 Mar 2021 05:23 PM (IST) Updated:Fri, 19 Mar 2021 05:23 PM (IST)
गांवों में विकास की चली बयार फिर भी अधूरे रह गए अरमान
गांवों में विकास की चली बयार फिर भी अधूरे रह गए अरमान

जागरण संवाददाता, रामपुर (जौनपुर): विकास खंड रामनगर के अधिकांश गांवों में विकास कार्य तो हुए, लेकिन कुंभापुर गांव के लोग सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं के लाभ से वंचित हैं। पांच साल तक गांव के विकास के लिए योजनाओं की बयार चली, लेकिन धन अवमुक्त होने के बाद भी यहां काम नहीं हुआ। खाते में धन होने के पश्चात भी पंचायत भवन का निर्माण नहीं हो सका। वहीं अधिकांश पात्र वृद्धा, विधवा, दिव्यांग पेंशन व आवास के लाभ से वंचित हैं। आज भी गांव के लोग जल निकासी की समस्या से जूझ रहे हैं वहीं कई बस्तियों में आवागमन के साधन नहीं हैं। इसी गांव के अंतर्गत राजस्व गांव भगवानपुर के मुसहर बस्ती की हालत बद से भी बदतर है। आलम यह है कि अधिकांश अधूरे आवास शासन व जिला प्रशासन के दावे की कलई खोल रहे हैं। कुंभापुर ग्रामसभा के भगवानपुर मुसहर बस्ती के लोगों ने बताया कि गांव के कुछ दबंगों के चलते निवर्तमान प्रधान अक्सर गांव से बाहर रहीं। उनके न रहने से विकास कार्य नहीं हो सके। गांव के निवासी राजनाथ पाठक का कहना है प्रधान चुनाव जितने के पांच माह बाद से ही गांव से बाहर रहीं, जिसके कारण गांव की प्रमुख समस्या जल निकासी व गांव में कई संपर्क मार्ग अधूरे रह गए। संतोषी मुसहर का कहना है कि हमारी बस्ती में विकास के नाम पर खानापूर्ति की गई। मानक को दरकिनार कर आधे अधूरे आवास बने हैं। मत्था

4000-कुंभापुर की कुल आबादी

1700-गांव में कुल मतदाता गांव की चौहद्दी..

पूरब गोपालापुर, पश्चिम जोगापुर, उत्तर रायपुल और दक्षिण सिरौली गांव है। साजिश का तहत मेरे बड़े बेटे को गांव के कुछ लोगों ने जेल भिजवा दिया। इसी कारण मैं गांव में कम रहती थी। गांव का विकास न होने से हमें भी अफसोस है।

-निर्मला देवी, निवर्तमान ग्राम प्रधान।

chat bot
आपका साथी