लखनऊ से भी होगी बोर्ड परीक्षा की आनलाइन निगरानी
यूपी बोर्ड परीक्षा की वेबकास्टिग के माध्यम से आनलाइन निगहबानी के लिए ई-डिस्टिक सेल ही नहीं लखनऊ से भी की जाएगी। इसके लिए निदेशक माध्यमिक शिक्षा के कार्यालय में सेल का गठन किया गया है। हर जनपद के लिए एक-एक कंप्यूटर लगाकर परीक्षा केंद्रों का ट्रायल शुरू कर दिया गया है। इसके लिए प्रत्येक परीक्षा से लेकर मूल्यांकन तक के लिए जिले से दो-दो कंप्यूटर के जानकार कर्मचारियों को अप्रैल तक अटैच किया गया है।
जागरण संवाददाता, जौनपुर: बोर्ड परीक्षा की वेबकास्टिग के माध्यम से आनलाइन निगरानी ई-डिस्टिक सेल ही नहीं लखनऊ से भी की जाएगी। इसके लिए निदेशक माध्यमिक शिक्षा के कार्यालय में सेल का गठन किया गया है। हर जनपद के लिए एक-एक कंप्यूटर लगाकर परीक्षा केंद्रों का ट्रायल शुरू कर दिया गया है। इसके लिए प्रत्येक परीक्षा से लेकर मूल्यांकन तक के लिए जिले से दो-दो कंप्यूटर के जानकार कर्मचारियों को अप्रैल तक अटैच किया गया है।
नकलविहीन व पारदर्शी परीक्षा के लिए यूपी बोर्ड ने कई बदलाव किये हैं। जिसमें सेंटरों और परीक्षा कक्षों में सीसीटीवी कैमरे व वायस रिकार्डर लगाये गये। जिससे गतवर्ष काफी हद तक नकल रुक सकी। अब हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा के दौरान सभी केंद्रों की वेबकास्टिग की जाएगी। इसके लिए जिले में तो कंट्रोल रूम बनाया ही गया है। लखनऊ स्थित डायरेक्टर कार्यालय में भी सेल गठित किया जा रहा है। यहां हर जनपदों के परीक्षा केंद्रों की इंटरनेट की मदद से परिसर के साथ सभी कक्षों की आनलाइन निगहबानी होगी। निदेशालय से बैठकर अधिकारी किसी भी परीक्षा केंद्र की स्थिति के बारे में जान सकते हैं। यदि किसी परीक्षा केंद्र पर किसी भी तरह की कोई हरकत या गड़बड़ी दिखाई देगी तो उसकी फील्ड में रहने वाली टीम को सूचना दी जाएगी। यह टीम संबंधित परीक्षा केंद्र पर पहुंचकर जांच कर आगे की कार्रवाई करेगी। विभागीय सूत्रों के अनुसार सेल के माध्यम से मुख्यमंत्री भी परीक्षा की सच्चाई का पता लगाएंगे। गड़बड़ी करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
........
वर्जन
परीक्षा की निगरानी के लिए डायरेक्टर कार्यालय में बने कंट्रोल रूम से प्रत्येक परीक्षा केंद्र को जोड़ा जा रहा है। परीक्षा से लेकर मूल्यांकन तक सेल से निगरानी की जाएगी। जौनपुर से भी दो आपरेटरों को भेजा गया है।
-डा. राजेंद्र प्रसाद सिंह
प्रभारी जिला विद्यालय निरीक्षक।