विश्वविद्यालय के बंटवारे का अध्यनरत छात्रों पर नहीं पड़ेगा असर
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के बंटवारे का असर प
जागरण संवाददाता, मल्हनी (जौनपुर): वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के बंटवारे का असर पुराने छात्रों पर नहीं पड़ेगा। उनकी परीक्षा और परिणाम जारी करने की जिम्मेदारी पूर्वांचल विश्वविद्यालय की है। जब तक उनका कोर्स पूरा नहीं हो जाता है, वे विश्वविद्यालय से ही जुड़े रहेंगे।
पूर्वांचल विश्वविद्यालय के बंटवारे की अंतिम मोहर लग चुकी है। 15 जून से आजमगढ़ और मऊ जिले के कालेजों को अलग किए जाने का आदेश जारी हो चुका है। हालांकि आजमगढ़ व मऊ के सभी कालेजों की सत्र 2020-21 की वार्षिक एवं सेमेस्टर परीक्षाएं पूर्वांचल विश्वविद्यालय ही कराएगा। दो अक्टूबर 1987 को स्थापित वीर बहादुर सिंह पूर्वाचल विश्वविद्यालय का यह तीसरी बार बंटवारा हो रहा है। सोनभद्र, चंदौली, मीरजापुर, भदोही, वाराणसी और बलिया के कालेज पहले ही अलग हो चुके हैं। 15 जून को मऊ व आजगमढ़ के चार सौ से अधिक कालेज अलग हो रहे हैं। ऐसे में पूर्वांचल विश्वविद्यालय के पास अब 529 कालेज ही बचेंगे। जो छात्र पूर्वांचल विश्वविद्यालय से फार्म भरे हैं या अध्यनरत हैं उनका परीक्षा और परिणाम यहीं से घोषित होगा। नया विश्वविद्यालय आजमगढ़ उन्हीं की परीक्षा कराएगा जो इस बार 2021-22 में प्रथम वर्ष में दाखिला लेंगे।