महाविद्यालय के दागी शिक्षक नहीं बनेंगे परीक्षक

जागरण संवाददाता मल्हनी (जौनपुर) वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक ने

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 08:39 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 08:39 PM (IST)
महाविद्यालय के दागी शिक्षक नहीं बनेंगे परीक्षक
महाविद्यालय के दागी शिक्षक नहीं बनेंगे परीक्षक

जागरण संवाददाता, मल्हनी (जौनपुर) : वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक ने संबद्ध समस्त महाविद्यालय के प्राचार्य एवं प्रबंधक को पत्र जारी किया है। उन्होंने कहा है कि सत्र 2021-22 की मौखिक प्रायोगिक परीक्षा एवं मूल्यांकन के लिए परीक्षक नामित किए जाने के लिए प्राचार्य से प्रवक्ताओं की सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।

परीक्षा नियंत्रक बीएन सिंह ने विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालय में कार्यरत अनुदानित, मानदेय, स्ववित्त पोषित योजना के तहत अनुमोदित एवं अद्यतन लगातार कार्यरत प्राचार्य, प्रवक्ताओं का विवरण, उच्च शिक्षा निदेशालय से अनुमोदित मानदेय प्रवक्ताओं का विवरण 18 नवंबर तक विश्वविद्यालय के गोपनीय विभाग को उपलब्ध कराना जरूरी है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि प्रमाणित किया जाए कि शिक्षकों के विरुद्ध कोई अनुशासनात्मक एवं दंडात्मक कार्रवाई प्रचलित नहीं है तथा इन्हें विश्वविद्यालय परीक्षा कार्य से प्रतिबंधित नहीं किया गया है। महाविद्यालय के जिम्मेदार प्राचार्य, प्रवक्ताओं का नाम, यूजी-पीजी विषय, जन्मतिथि, अनुमोदन तिथि, कार्यभार ग्रहण की तिथि, मोबाइल नंबर के साथ सीलबंद लिफाफा विश्वविद्यालय के गोपनीय विभाग में जमा करेंगे। इसके अलावा विश्वविद्यालय प्रशासन ने तीन अन्य बिदुओं पर भी जानकारी मांगी है। कहा कि विश्वविद्यालय अनुमोदन पत्र की एक सत्यापित प्रति, प्राचार्य का उक्त शिक्षकों का अद्यतन लगातार कार्यरत होने का अनुभव प्रमाण पत्र मूल, न्यूनतम दो वर्ष के अंतिम वेतन भुगतान किए जाने संबंधी बैंक पासबुक की छायाप्रति भी उपलब्ध कराना जरूरी होगा।

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