भूख के आगे कोरोना वायरस का खौफ भी हवा

कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी में जहां लोग जान बचाने

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Apr 2021 04:50 PM (IST) Updated:Sun, 25 Apr 2021 04:50 PM (IST)
भूख के आगे कोरोना वायरस का खौफ भी हवा
भूख के आगे कोरोना वायरस का खौफ भी हवा

जागरण संवाददाता, थानागद्दी (जौनपुर): कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी में जहां लोग जान बचाने के लिए घरों में दुबके पड़े हैं और बहुत जरूरी होने पर मास्क लगाकर ही निकल रहे हैं, वहीं केराकत तहसील क्षेत्र के कनुवानी गांव में 40 खानाबदोश कुनबे के करीब एक सौ सदस्य सड़क किनारे खुले आसमान में जिदगी गुजार रहे हैं। उन्हें मास्क तक मयस्सर नहीं है। ऐसे में ग्रामीण सहमे हुए हैं कि यदि इनमें से कोई भी संक्रमित हुआ तो गांव में कोरोना बम फट सकता है। वहीं कुनबे के लोगों में पेट की भूख के आगे कोरोना वायरस का खौफ हवा है।

खानाबदोशों में से एक लाल बहादुर ने कहा कि कोरोना से तब डरें, जब पेट भरा हो। रोजी-रोटी के चक्कर में बिहार के छपरा जिले से यहां हम सभी आए हैं। हमारा धंधा आयुर्वेदिक दवाओं व जड़ी-बूटियों का है। कोरोना के डर से कोई गांव में घुसने नहीं दे रहा है। ऐसे में धंधा पूरी तरह ठप है। पेट भरना भारी हो गया है। छोटे-छोटे बच्चे भूखे-नंगे रहने को मजबूर हैं। शरीर ढंकने के कपड़े नहीं हैं तो मास्क कहां से लगाया जाए। खाना पका रही मुकेश की पत्नी सरिता ने कहा कि सूखे चावल खाकर भूख से लड़ाई हो रही है। इनके चेहरे पर न तो कोरोना का खौफ दिखा और न ही बचाव को शारीरिक दूरी। सरकारी अफसर आते-जाते देखकर भी अनदेखी करते गुजर जाते हैं। कोई भी इनकी सुधि लेने वाला नहीं है।

chat bot
आपका साथी