सभासद कराएंगे परिषदीय स्कूलों का कायाकल्प
संसाधनों से जूझ रहे नगर क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों को भी संसाधनों से लैस किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, जौनपुर: नगर क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों को भी संसाधनों से लैस किया जाएगा। कायाकल्प योजना के तहत इसकी जिम्मेदारी संबंधित वार्डों के सभासदों को दी गई है। शासनादेश आने के बाद समस्याओं से जूझ रहे विद्यालयों की दशा सुधरने की उम्मीद जगी है।
नगर क्षेत्र में अधिकांश विद्यालय किराए के जर्जर भवन में अरसे से संचालित थे। धीरे-धीरे जो भवन गिरते गए वहां के विद्यालयों को दूसरे विद्यालयों में मर्ज कर कागजी खानापूर्ति कर दी गई। वर्तमान 25 प्राइमरी और दस जूनियर हाईस्कूल पुराने और नगर का दायरा बढ़ने के बाद इतने ही विद्यालय नए जुड़ गए हैं। नगर के परिषदीय स्कूलों में अब भी चार निजी और किराये के नौ भवन निष्प्रयोज्य हो गए हैं। इन भवनों के छह ते नीचे बैठाकर पढ़ाना खतरे से खाली नहीं है। परिषदीय विद्यालयों में पंचायत राज विभाग की मदद से शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के साथ ही विद्यालयों में 14 मूलभूत सुविधाओं की पूर्ति कायाकल्प योजना से कार्य कराया जा रहा है, लेकिन नगरीय इलाके में यह व्यवस्था नहीं थी। सरकार ने निकाय क्षेत्रों में भी कायाकल्प योजना के तहत विद्यालयों को संसाधनों से लैस करने का आदेश दिया है। इसकी जिम्मेदारी सभासदों को दी गई है।
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नगर क्षेत्र के विद्यालयों में कायाकल्प योजना के तहत कार्य कराने के लिए शासनादेश आ गया है। इसके लिए शनिवार को मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में बैठक होनी थी लेकिन जनपद के नोडल अधिकारी के आने के कारण बैठक स्थगित कर दी गई। शीघ्र ही कार्ययोजना बनाकर निर्धारित 14 बिदुओं पर विद्यालयों को संतृप्त किया जाएगा।
-संजय यादव, नगर शिक्षा अधिकारी।