साक्ष्य छिपाने को दफना दिया था वृद्धा का शव
जागरण संवाददाता सुरेरी (जौनपुर) रामपुर निस्फी गांव की लापता वृद्धा की मौत फसल की सुरक्षा
जागरण संवाददाता, सुरेरी (जौनपुर): रामपुर निस्फी गांव की लापता वृद्धा की मौत फसल की सुरक्षा को खेत के किनारे फैलाए गए बिजली के तार की चपेट में आने से हुई थी। साक्ष्य छिपाने के लिए शव को खेत में दफना दिया गया था। हिरासत में लिए गए दो आरोपितों के विरुद्ध मृतका के पुत्र की तहरीर पर थाना पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
उक्त गांव की 72 वर्षीय धर्मा देवी 19 नवंबर की भोर में शौच के लिए गई थी। तभी से लापता हो गई थी। दो वर्ष पूर्व पति की मौत के बाद से वह घर पर अकेली रहती थी। उनके चारों पुत्र अहमदाबाद (गुजरात) रहते थे। वहां से तीसरे नंबर के पुत्र रमेश पटेल की सूचना पर 21 नवंबर को गुमशुदगी का मामला दर्ज कर पुलिस छानबीन में जुटी थी। संदेह के आधार पर पूछताछ के लिए पुलिस ने नोनरा गांव निवासी खरपत्तू पाल व रामपुर निस्फी निवासी महेंद्र पटेल को हिरासत में लिया। दोनों की निशानदेही पर मंगलवार को पुलिस ने नोनरा गांव में खरपत्तू पाल के बैगन के खेत में दफनाए गए धर्मा देवी के सड़े-गले शव को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। गहराई से तहकीकात में तथ्य सामने आए कि खरपत्तू पाल ने बेसहारा मवेशियों से फसल की सुरक्षा को खेत में बिजली का तार फैला रखा था। उसी की चपेट में आने से धर्मा देवी की मौत हो गई थी। इसके बाद साक्ष्य छिपाने की मंशा से खरपत्तू पाल व महेंद्र पटेल ने शव को खेत में दफना दिया था। रमेश पटेल की तहरीर पर पुलिस ने खरपत्तू पाल व महेंद्र पटेल के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या (दुर्घटना) व साक्ष्य मिटाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। थानाध्यक्ष राज नारायण चौरसिया ने बताया कि दोनों आरोपितों का चालान कर दिया गया। आगे की कार्रवाई के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है।