अभिषेक की हत्या से अध्यापिका सदमे में, मिलने से किया इन्कार
जागरण संवाददाता शाहगंज (जौनपुर) फिरौती के लिए अभिषेक के अपहरण और हत्या की जघन्यतम
जागरण संवाददाता, शाहगंज (जौनपुर): फिरौती के लिए अभिषेक के अपहरण और हत्या की जघन्यतम घटना से उसे ट्यूशन पढ़ाने वाली अध्यापिका मंजुलिका को गहरा सदमा पहुंचा है। स्तब्ध मंजुलिका ने खुद को कमरे में कैद सा कर लिया है। किसी से भी मिलजुल नहीं रही हैं। मूलत: वाराणसी की रहने वाली मंजुलिका सनबीम स्कूल में अध्यापिका हैं। वह अभिषेक के घर से चंद कदम की दूरी पर स्थित कालोनी में किराए के कमरे में रहती हैं। यूकेजी का छात्र अभिषेक शनिवार की सुबह ट्यूशन के लिए उन्हीं के कमरे पर रोजाना की तरह जाने को घर से निकला था। हर किसी को हिला कर रख देने वाली इस घटना के बारे में उनकी प्रतिक्रिया जानने और मनोदशा देखने के लिए पत्रकार उनके कमरे पर पहुंचे तो उन्होंने मिलना तो दूर दरवाजा खोलने तक से साफ मना कर दिया।
अभिषेक की तलाश में मदद
का ढोंग कर रहे थे दोनों कातिल
शिवम श्रीवास्तव और आकाश आइटीआइ की पढ़ाई भले ही कर रहे थे, लेकिन जघन्य वारदात के बाद भी उनकी भाव भंगिमा शातिर अपराधियों को भी पीछे छोड़ देने वाली रही। आम तौर पर हत्या जैसी संगीन वारदात को अंजाम देने के बाद पेशेवर अपराधी भी किसी ऐसी जगह फरार हो जाते हैं जहां उनकी परछाईं तक भी पुलिस न पहुंच सके। पर यहां हुआ एकदम उल्टा। अभिषेक को मौत के घाट उतारने और फिर उसके पिता से फिरौती की मांग के लिए मोबाइल फोन छीनकर भागने के बाद दोनों के चेहरे पर तनिक भी शिकन तक नहीं थी। दोनों दीपचंद के घर पहुंचकर स्वजनों संग अभिषेक की तलाश में मदद का ढोंग कर रहे थे। पहले शक के दायरे में आने और फिर पुख्ता सुबूत मिल जाने पर पुलिस ने दोनों को दबोच लिया। कोतवाली ले जाकर पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो इस नृशंस वारदात की उनकी स्वीकारोक्ति का पता चलने पर हर किसी ने दांतों तले उंगली दबा ली। छीना गया मोबाइल फोन बेचकर
खरीद लिया था दूसरा
अपहृत अभिषेक को मौत के घाट उतारकर शव छिपाने के बाद घटनास्थल जमुनिया से आरोपित शिवम व आकाश करीब 12 किलोमीटर दूर गैरवाह गए। उसी गांव के निवासी सड़क पर खड़े किशोर अमितेंद्र सिंह का मोबाइल फोन बात कहने के बहाने लिया और भाग निकले। अमितेंद्र का सिम कार्ड निकालने के बाद फोन बेच दिया। उससे मिले रुपये से दूसरा मोबाइल फोन खरीदा। उसी में अमितेंद्र का सिमकार्ड लगाकर अभिषेक के पिता दीपचंद से फिरौती के बदले सात लाख रुपये की मांग करने का मैसेज भेज दिया था।
बदलती रही तहरीर,
दर्ज हुए दो मुकदमे
फिरौती के लिए मासूम अभिषेक के अपहरण और हत्या की घटना में पूरे शाहगंज सर्किल की पुलिस चकरघिन्नी बनी रही। दो बार बदली गई तहरीर। अभिषेक के पिता दीपचंद यादव की तहरीर पर शनिवार की शाम को पहले शाहगंज कोतवाली में दो अज्ञात आरोपितों के विरुद्ध अपहरण का मुकदमा दर्ज हुआ। देर रात शव मिलने के बाद दूसरी तहरीर पर अपहरण-हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ। कातिलों की गिरफ्तारी व जुर्म के इकबाल कर लेने के बाद रविवार की सुबह मुकदमे में आरोपित के तौर पर शिवम श्रीवास्तव व आकाश कुमार को नामजद कर दिया गया। सरपतहां थाने में दर्ज
है छिनैती का केस
गैरवाह गांव निवासी अमितेंद्र सिंह का मोबाइल फोन छीन लेने की घटना के संबंध में उसके पिता अमित कुमार सिंह ने सरपतहां थाने पर शनिवार की दोपहर दो अज्ञात बाइक सवार बदमाशों के विरुद्ध तहरीर दी थी। थाना पुलिस ने तहरीर के आधार पर छिनैती का मुकदमा दर्ज कर लिया था। पूरा प्रकरण सामने आ जाने के बाद सरपतहां थाना पुलिस ने छिनैती की घटना में भी आरोपित के तौर पर शिवम श्रीवास्तव व आकाश कुमार को नामजद आरोपित कर दिया है।