प्रशासनिक भवन के बाहर छात्रों ने किया हंगामा

जागरण संवाददाता मल्हनी (जौनपुर) वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालय के

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 08:32 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 08:32 PM (IST)
प्रशासनिक भवन के बाहर छात्रों ने किया हंगामा
प्रशासनिक भवन के बाहर छात्रों ने किया हंगामा

जागरण संवाददाता, मल्हनी (जौनपुर) : वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने शुक्रवार को दोपहर से लेकर शाम साढ़े छह बजे तक परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी को लेकर प्रशासनिक भवन में तालाबंदी कर हंगामा किया। इस दौरान घंटों सैकड़ों की संख्या में कर्मचारी भवन के अंदर बंद रहे।

सूचना पर पहुंचे एडीएम भू-राजस्व राजकुमार द्विवेदी व एसडीएम हिमांशु नागपाल ने विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत के बाद छात्रों से दो दिन का समय मांगते हुए प्रदर्शन को समाप्त कराया और ताला खोलवाया।

विश्वविद्यालय से संबद्ध विभिन्न महाविद्यालयों के बीएससी, बीकाम के सैकड़ों की संख्या में छात्र परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी को लेकर विश्वविद्यालय परिसर पहुंचे। जहां अपनी समस्याओं को लेकर कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस मौर्या से मिलकर अवगत कराना चाहते थे, लेकिन मिलने नहीं दिया गया। इससे नाराज छात्र-छात्राओं ने विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में चारों तरफ से गेट बंद कर नारेबाजी करते हुए धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान विश्वविद्यालय के सैकड़ों की संख्या में कर्मचारी व अधिकारी प्रशासनिक भवन के अंदर ही फंस गए। छात्र लगातार अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी कर हंगामा करते हुए प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान कई बार कर्मचारियों से छात्र-छात्राओं की नोकझोंक भी हुई। छात्र इस बात को लेकर नाराज हो गए और अपनी मांग को लेकर अड़े रहे। कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के दौरान स्कूल कालेज पूरी तरह से बंद चल रहा था। स्नातक-स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष के छात्र छात्राओं को प्रमोट किया गया था। जब छात्र-छात्राओं ने स्नातक द्वितीय वर्ष की परीक्षा दी तो सिर्फ द्वितीय वर्ष में ही नहीं उन्हें प्रथम वर्ष में भी एक-दो अंक देकर फेल कर दिया गया है। छात्रों का इस तरह दो वर्ष बर्बाद होने की कगार पर है। उनका कहना है कि महाविद्यालय में जब पठन-पाठन ही नहीं हुआ तो किस आधार पर नंबर देकर फेल किया गया। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के चलते सभी फेल छात्रों को सम्मानजनक अंकों के साथ पास किया जाना चाहिए।

शिक्षक नहीं आए आगे..

छात्रों के हंगामा के चलते विश्वविद्यालय के शिक्षक व प्राक्टोरियल बोर्ड की छात्रों को समझाने की हिम्मत नहीं हुई। प्रशासनिक भवन में फंसे काफी कर्मचारियों ने जिला प्रशासन को अपने नंबरों से फोन किया। मौके पर पहुंचे एडीएम व एसडीएम ने विश्वविद्यालय के कुलसचिव समेत कई अधिकारियों से बातचीत की। इसके बाद छात्रों से दो दिन का समय मांगा, जिसके बाद छात्र लौटे।

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