सालिडवेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बना महज कूड़ा डंपिग केंद्र

जागरण संवाददाता जौनपुर जिला मुख्यालय से सात किलोमीटर दूर नगर पालिका परिषद का कुल्हनामऊ

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 07:43 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 07:43 PM (IST)
सालिडवेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बना महज कूड़ा डंपिग केंद्र
सालिडवेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बना महज कूड़ा डंपिग केंद्र

जागरण संवाददाता, जौनपुर: जिला मुख्यालय से सात किलोमीटर दूर नगर पालिका परिषद का कुल्हनामऊ सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बनकर तैयार है। इसका उद्घाटन भी गत 18 मार्च को प्रदेश के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन व राज्यमंत्री आवास विकास गिरीश चंद्र यादव ने किया था। इस दौरान जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों ने बड़े-बड़े दावे किए, लेकिन प्लांट की मशीनें एक भी दिन नहीं चल सकीं। 11 वर्षों में तैयार हुई इस परियोजना से लोगों को उम्मीद जगी थी कि अब उनको कूड़ों की समस्या से निजात मिलेगी, लेकिन करोड़ों की लागत से तैयार यह परियोजना अब महज कूड़ा डंपिग केंद्र बनकर रह गई है।

कुल्हनामऊ में 10.73 एकड़ भूमि पर इसका वर्ष 2011 में शिलान्यास हुआ था। निर्माण कार्य सितंबर 2013 में 12.39 करोड़ की लागत से शुरू हुआ। कार्यदाई संस्था सीएंडडीएस ने कार्य की शुरुआत की। वर्ष 2016 तक काफी विवाद रहा। कभी जमीन के विवाद को लेकर कोर्ट का अड़ंगा रहा तो कभी ग्रामीणों का विरोध झेलना पड़ा। इसके बाद कार्यदाई संस्था ने तरफ से एटूजेड संस्था को कार्य ठेके पर दे दिया। कार्य संपन्न होने के बाद मशीनों की बकायदा टेस्टिग कराई गई। शुभ मुहूर्त में उद्घाटन भी किया गया, लेकिन मशीनों का संचालन नहीं हो सका।

एटूजेड को करना है प्लांट का संचालन

नगर पालिका क्षेत्र से निकलने वाले रोजाना 92 टन कूड़ों का निस्तारण कुल्हनामऊ स्थित सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट पर किया जाना है। इसके लिए वर्तमान में ठेके पर काम करने वाली संस्था एटूजेड ही अगले 20 वर्षों तक पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के आधार पर कार्य करेगी। इसमें 100-100 मीटर सरफेस एरिया में इंटरलाकिग कराई गई है। जहां पर कूड़ा डंप किया जा रहा है। बोले अधिकारी

कुल्हनामऊ सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के संचालन की जिम्मेदारी एटूजेड को दी गई है। यदि मशीनें नहीं चल रही हैं तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। विभागीय पत्र भी लिखा जाएगा। अनुबंध के तहत संस्था को कूड़ा का निस्तारण भी करना है। नगर पालिका को केवल कूड़ा डंप करना है।

-राजकुमार द्विवेदी, प्रभारी अधिकारी, स्थानीय निकाय।

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