धीरे-धीरे चीजें भूल रहे हैं तो सावधान हो जाइए

नईगंज स्थित मानसिक रोग चिकित्सालय में मंगलवार को विश्व अल्जाइमर दिवस पर संगोष्ठी हुई। जिसमें मानसिक रोग विशेषज्ञ डा. हरिनाथ यादव ने कहा कि यदि आप छोटी-छोटी बातें भूल रहे हैं तो सावधान हो जाइए। बढ़ती उम्र के साथ मनुष्य में व्यापक शारीरिक व मानसिक परिवर्तन होते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 10:51 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 10:51 PM (IST)
धीरे-धीरे चीजें भूल रहे हैं तो सावधान हो जाइए
धीरे-धीरे चीजें भूल रहे हैं तो सावधान हो जाइए

जागरण संवाददाता, जौनपुर : नईगंज स्थित मानसिक रोग चिकित्सालय में मंगलवार को विश्व अल्जाइमर दिवस पर संगोष्ठी हुई। जिसमें मानसिक रोग विशेषज्ञ डा. हरिनाथ यादव ने कहा कि यदि आप छोटी-छोटी बातें भूल रहे हैं तो सावधान हो जाइए। बढ़ती उम्र के साथ मनुष्य में व्यापक शारीरिक व मानसिक परिवर्तन होते हैं। मानव शरीर जब वयस्क अवस्था से वृद्धावस्था की तरफ बढ़ने लगता है तब प्राकृतिक रूप से शारीरिक शक्ति के साथ मानसिक शक्ति भी क्षीण होने लगती है। अगर आप धीरे-धीरे चीजें भूल रहे हैं तो सावधान हो जाइए, क्योंकि यह अल्जाइमर के लक्षण हो सकते हैं।

बताया कि हर वर्ष 21 सितंबर को विश्व अल्जाइमर दिवस मनाया जाता है। इसका नाम एलोइस अल्जाइमर्स के नाम पर रखा गया, जिन्होंने सबसे पहले इस बीमारी का विवरण दिया। इसके लक्षण याददाश्त में कमी, निर्णय न ले पाना, सामान्य कामकाज में कठिनाइयां, समय व स्थान में समन्वय चीजों को यत्र-तत्र रखना, मुंड व स्वभाव में बदलाव आदि है। यह बीमारी 65 वर्ष आयु के लोगों में पांच फीसद और 90 वर्ष तक जाते-जाते लगभग 50 फीसद हो जाती है।

तंत्रिका तंत्र की मस्तिष्क कोशिकाओं में बीटा इमोलाइड प्रोटीन जमा होने से नसें सूख जाती हैं जिससे आदमी भूलने लगता है। बताया कि भूलने की समस्या होना, बातचीत करने में असमर्थ होना, अपनी चीजों को अस्त-व्यस्त करना, रास्ता भी भूल जाना, अपने लोगों को भूल जाना, दिन तारीख भूल जाना आदि इसके लक्षण हैं। बताया कि यह एक प्रोग्रेसिव बीमारी है जो उम्र बढ़ने के साथ ही पूरे मस्तिष्क को कवर कर लेती है।

इसके रोकथाम के लिए दवा के साथ ही मरीज की अच्छे से देखभाल करनी चाहिए और उनकी जरूरत की चीजें उनके पास होनी चाहिए। कमरा हवादार हो, उसमें घड़ी और रोशनी पर्याप्त होनी चाहिए। कहा कि नियमित व्यायाम करने और हरी पत्तेदार सब्जियां, फलियां और नियमित पढ़ाई व तकनीकी काम करने से तंत्रिका तंत्र मजबूत होता है। इस अवसर पर डा. सुशील यादव, लालजी, अजीत सिंह, शिव बहादुर, जेपी, ब्यूटी आदि उपस्थित थे।

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