मतदाता बनने के लिए आए साढ़े छह हजार आवेदन
शिक्षक व स्नातक एमएलसी चुनाव की प्रक्रिया तेज हो गई है। मूल मतदाताओं की सूची पहले ही जारी कर दी गई थी लेकिन छूटे मतदाताओं की शिकायतों को ध्यान में रखकर निर्वाचन विभाग ने तीन जनवरी तक की तिथि पुन बढ़ा दी थी।
जागरण संवाददाता, जौनपुर : शिक्षक व स्नातक एमएलसी चुनाव की प्रक्रिया तेज हो गई है। मूल मतदाताओं की सूची पहले ही जारी कर दी गई थी, लेकिन छूटे मतदाताओं की शिकायतों को ध्यान में रखकर निर्वाचन विभाग ने तीन जनवरी तक की तिथि पुन: बढ़ा दी थी। बढ़ी तिथि में साढ़े छह हजार आवेदन आये हैं। जिसकी जांच कर 28 जनवरी को प्रकाशन किया जाएगा।
स्नातक व शिक्षक एमएलसी का चुनाव अप्रैल व मई 2020 में संभावित है। इसके तहत जौनपुर, गाजीपुर, बलिया, चंदौली, वाराणसी, भदोही, मीरजापुर व सोनभद्र जिलों को लेकर चुनाव होगा। जिले में शिक्षक व स्नातक में 22-22 स्थलों को पदाभिहित स्थलों पर मतदाता बनाने के लिए फार्म लिए गये। जिले में पहली बार आये आवेदनों के अनुसार शिक्षक मूल मतदाता पांच हजार 210 तो स्नातक मूल मतदाता 43 हजार 242 हैं। इसके लिए एक अक्टूबर से 20 नवंबर तक आवेदन लिया गया था, इनके मूल मतदाता का प्रकाशन 10 दिसंबर में किया गया। वहीं स्नातक के लिए पांच हजार 135 व शिक्षक मतदाता के लिए 1526 नए आवेदन आये हैं। यह दस दिसंबर से तीन जनवरी तक अभियान चलाकर लिया गया। इसका अंतिम प्रकाशन 28 जनवरी को किया जायेगा। शिक्षक मतदाता के मतदान के लिए 22 बूथ व स्नातक मतदाता के लिए 44 बूथ बनाए गये हैं। शिक्षक एमएलसी चुनाव में जिले के 21 ब्लाक व जिला मुख्यालय पर यह बूथ होगा। वहीं स्नातक एमएलसी में ब्लाक व जिला मुख्यालय पर ही बूथ बनाया जाता है। जिन ब्लाकों पर 1400 से अधिक मतदाता होंगे वहां दो बूथ बनाए जाएंगे। स्नातक एमएलसी का मतदाता बनने के लिए अर्हता एक नवंबर 2019 से तीन वर्ष पहले के स्नातक होना चाहिए तो शिक्षक एमएलसी का मतदाता बनने के लिए एक नवंबर 2019 को छह वर्ष पूर्व की अवधि में तीन वर्ष तक शिक्षक रहे हों। इस बाबत प्रभारी सहायक निर्वाचन अधिकारी बृजेश चौबे ने बताया कि जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा नए आवेदन की जांच कर उनका प्रकाशन 28 जनवरी को किया जायेगा। इसकी जांच सभी बीडीओ पदाभित अधिकारी व आरओ व एआरओ से होगी। दो बार आये आवेदनों में बने मतदाताओं के आधार पर चुनाव होगा।
पिछले चुनाव में 45 हजार 84 स्नातक मतदाता और पांच हजार 860 शिक्षक मतदाता थे।
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यह बन सकते हैं शिक्षक व स्नातक मतदाता
एक नवंबर 2019 से छह वर्ष पूर्व अवधि में कम से कम तीन वर्ष शिक्षक रहे हों। माध्यमिक स्तर के ऊपर के शिक्षक हों, वे ही शिक्षक मतदाता बन सकते हैं। वहीं स्नातक में वर्ष 2016 तक स्नातक करने वाले ही स्नातक मतदाता बन सकते हैं।
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इनसेट
स्नातक एमएलसी के मूल मतदाता- 43 हजार 242
नये आए आवेदन- पांच हजार 135
शिक्षक एमएलसी के मूल मतदाता- पांच हजार 210
नए आए आवेदन- 1526
आए आवेदनों की जांच के बाद प्रकाशन 28 जनवरी को
शिक्षक एमएलसी में 22 बूथ
स्नातक एमएलसी में 44 बूथ