बाढ़ से प्रभावित 25 परिवारों को किया शिफ्ट

जागरण संवाददाता जौनपुर गोमती नदी ने उग्र रूप धारण कर लिया है। जिसका परिणाम है कि सद

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 08:20 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 08:31 PM (IST)
बाढ़ से प्रभावित 25 परिवारों को किया शिफ्ट
बाढ़ से प्रभावित 25 परिवारों को किया शिफ्ट

जागरण संवाददाता, जौनपुर : गोमती नदी ने उग्र रूप धारण कर लिया है। जिसका परिणाम है कि सदर तहसील क्षेत्र के नदी तट के इलाकों में पानी घुस जाने से 25 परिवारों को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया है। वहीं बदलापुर व केराकत के कुछ गांव पानी से घिर गए हैं। ऐसे में जिला प्रशासन की तरफ से बाढ़ चौकियों को अलर्ट करते हुए गांवों में नाव उपलब्ध करा दिया है। इसके साथ ही एसडीएम ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण कर वहां का हाल देखा।

ज्वाइंट मजिस्ट्रेट एसडीएम सदर हिमांशु नागपाल ने बुधवार को नगर के बलुआघाट व चकप्यार अली में गोमती नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए सिचाई विभाग, पूर्ति विभाग, राजस्व विभाग की उपस्थिति निरीक्षण किया। इस दौरान पाया कि 25 परिवार गोमती के बढ़े जल स्तर के कारण प्रभावित हैं। जिसमें से अधिकतर परिवार अपने दूसरे घरों में पदस्थापित हो गए हैं। टीम ने प्रत्येक घरों में जाकर सभी से मुलाकात की। यहां पर आवागमन के लिए नाव का प्रबंध कराया गया। इन क्षेत्रों में लेखपालों की ड्यूटी लगाई गई। सभी परिवारों को राशन आपूर्ति के लिए कोटेदारों को निर्देशित किया गया। नगर पालिका से इन क्षेत्रों में एंटी लार्वा का छिड़काव व फागिग का निर्देश दिया। पानी से घिरे गांवों में काटी गई बिजली

बदलापुर (जौनपुर) : गोमती नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण क्षेत्र के तीन गांवों अहियापुर, शाहपुर सानी व गोपालापुर चारों तरफ पानी घिर गया है। इन गांवों की बिजली भी काट दी गई है। एसडीएम संजय मिश्र ने प्रभावित गांवों का भ्रमण कर लोगों की सुविधा के लिए नाव की व्यवस्था करा दिया है। चार दिन पूर्व गोमती का जलस्तर अचानक बढ़ गया। देखते ही देखते अहियापुर, शाहपुर सानी, बलुआ, गोपालापुर, सियराबासी, गौरा गांवों के सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न हो गई। राजस्व कर्मियों से फसलों की क्षति का आकलन करने का निर्देश दिया है। अहियापुर के प्रधान संदीप पाठक, सभाजीत यादव, विजई, रामलखन पाठक, शाहपुर सानी के शिक्षक प्रमोद यादव, विमल यादव प्रधान चंद्रशेखर यादव आदि ने बताया कि गोमती नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से बाढ़ का खतरा मड़राने लगा है। फसल पूरी तरह चौपट हो गई है। जो चिता का विषय बनता जा रहा है। बोले जिम्मेदार..

फसलों के सर्वे के लिए एसडीएम को निर्देश दिया गया है कि कौन सी फसल कितनी नुकसान हुई है। सभी तहसीलों में बाढ़ चौकियों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है। साथ ही प्रभावित गांवों में तुरंत नाव उपलब्ध कराने को कहा गया है। बाढ़ प्रभावित परिवारों को राशन किट उपलब्ध कराया जाए।

-राम प्रकाश, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व।

chat bot
आपका साथी