देखा भाई समझा, होई उहय जे बा अबय ..

पारा चढ़ने के साथ चुनावी सरगर्मी भी बढ़ गई है। शुक्रवार को जागरण के इलेक्शन एक्स्प्रेस टीम ने औड़ियाहर पैंसेजर से जौनपुर जंक्शन से डोभी तक का सफर तय किया। ट्रेन में सवार अधिकतर लोगों ने मौजूदा समय में भारत को 70 वर्षोँ की अपेक्षा काफी बेहतर माना। हालांकि कुछ लोगों ने विरोध भी जताया। कहा कि जीएसटी से बड़े पैमाने पर व्यापार प्रभावित हुआ। साथ ही बीते पांच वर्षों में वादे के मुताबिक रोजगार का सृजन भी नहीं हो पाया। पांच स्टेशन और 36 किलोमीटर के सफर में काफी कुछ जानने-समझने को मिला।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 19 Apr 2019 06:45 PM (IST) Updated:Fri, 19 Apr 2019 06:45 PM (IST)
देखा भाई समझा, होई उहय जे बा अबय ..
देखा भाई समझा, होई उहय जे बा अबय ..

अमरदीप श्रीवास्तव, जौनपुर :

पारा चढ़ने के साथ चुनावी सरगर्मी भी बढ़ गई है। शुक्रवार को जागरण के इलेक्शन एक्सप्रेस टीम ने औड़िहार पैंसेजर से जौनपुर जंक्शन से डोभी तक का सफर तय किया। ट्रेन में सवार अधिकतर लोगों ने मौजूदा समय में भारत को 70 वर्षोँ की अपेक्षा काफी बेहतर माना। हालांकि कुछ लोगों ने विरोध भी जताया। कहा कि जीएसटी से बड़े पैमाने पर व्यापार प्रभावित हुआ। साथ ही बीते पांच वर्षों में वादे के मुताबिक रोजगार का सृजन भी नहीं हो पाया। छह स्टेशन और 40 किलोमीटर के सफर में काफी कुछ जानने-समझने को मिला।

ट्रेन प्लेटफार्म संख्या पांच से निर्धारित समय से 35 मिनट की देरी से सुबह 10 बजकर पांच मिनट पर रवाना हुई। ट्रेन में युवा आपस में मशगूल दिखे। किसी को केराकत जाना था, तो कोई औड़िहार के लिए सवार हुआ था। मुफ्तीगंज के लिए ट्रेन में बैठे चंदर से चुनावी चर्चा शुरू हुई। प्रधानमंत्री के रूप में अधिकांश लोगों ने नरेंद्र मोदी बेहतर माना। ट्रेन के यादवेंद्र नगर स्टेशन के पहुंचने के थोड़ी देर पहले चंदर ने कहा कि ट्रेनन में एतना साफ-सफाई पहिले कभव न रहा। उसने आगे कहा कि देखा भाई हम अधिक पढ़ल-लिखल ना हई, लेकिन इ जान ल प्रधानमंत्री हो ई वही, जे बा अबही। बीकॉम कर रहे सौरभ ने भी चंदर की बात पर सहमति जताई। कहा कि देश में लंबे समय से बुनियादी सुविधाओं का अभाव था। ट्रेनों में खान-पान के साथ-साथ सफाई भी बदतर थी। साथ ही सड़कों पर तो मानों कभी काम ही नहीं हुआ, लेकिन बीते पांच वर्षों में न सिर्फ रेलवे में बदलाव आया, बल्कि हाईवे पर भी सराहनीय कार्य हुए। इस चर्चा तक ट्रेन गंगौली स्टेशन पहुंच चुकी थी। यहां से ट्रेन में सवार हुए अमित भी इस परिचर्चा में शामिल हो गए। उन्होंने कहा कहा कि निश्चित तौर पर बीते पांच वर्षों में कार्य बेहतर हुए हैं, लेकिन युवाओं को रोजगार के लिए अभी भी भटकना पड़ रहा है, जिस पर जरूरत के हिसाब से कार्य नहीं हो सका। केराकत के लिए ट्रेन में सवार हुए प्रमोद ने कहा भाजपा सरकार द्वारा कई गलत फैसले लिए गए, जिसमे नोटबंदी व जीएसटी प्रमुख है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के दौरान अपना ही पैसा पाने को लोगों ने काफी जिल्लत झेली, जबकि जीएसटी से व्यापारी अभी तक उबर नहीं पाया है। अब ट्रेन 11 बजे डोभी पहुंच चुकी थी।

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